खगड़िया: जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अलग-अलग तरह की समस्याएं सामने आ रही हैं. एक तरफ जंहा इंसानों को रहने और खाने की समस्याएं आ रही हैं. वहीं, अब पशुओं के लिए भी ऐसी ही समस्याएं सामने आ रही है. पशुपालक जैसे तैसे अपने जानवरो को ऊंचे अस्थान पर रख रहे हैं और जान जोखिम में डालकर उनके लिए चारे का इंतजाम कर रहे हैं.
खगड़िया में बाढ़ः मवेशियों के चारा के लिए परेशान हैं पशुपालक, प्रशासन से नहीं मिल रही मदद - flood in khagaria
यहां के 7 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ की वजह से मवेशियों के चारा को लेकर भी परेशानी हो रही है. पशुपालक जान जोखिम में डालकर चारा का इंतजाम कर रहे हैं.
![खगड़िया में बाढ़ः मवेशियों के चारा के लिए परेशान हैं पशुपालक, प्रशासन से नहीं मिल रही मदद खगड़िया](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-8255831-362-8255831-1596277937889.jpg)
7 प्रखंड है बाढ़ से प्रभावित
जिले के 7 प्रखंड अंतर्गत 37 पंचायत के 92 गांव बाढ़ प्रभावित हैं. लगभग 70 हजार की जनसंख्या बाढ़ का दंश झेल रहा है. सातों प्रखंड के पशुपालकों के सामने मवेशियों के चारा की समस्या है. पशुपालकों बाढ़ के पानी में घुसकर पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था कर रहे हैं.
प्रशासन से नहीं मिल रहा सहयोग
ऐसा ही नजारा खगडिया प्रखंड के सोनमनकी घाट गांव के पास देखने को मिला. यहां के पशुपालक चारा के लिए रोजाना दूर दियर क्षेत्र में जाते हैं. पशुपालकों ने बताया कि उनका खेत और फसल पूरी तरह पानी में डूब गया है. लिहाजा दीयर क्षेत्र से चारा लाना पड़ रहा है. प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही है.