खगड़ियाःजिले में स्वास्थ्य व्यवस्था अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है. चाहे वो आमजन का अस्पताल हो या मवेशियों का हर तरफ बदइंतजामी और लापरवाही का आलम है. मानसी प्रखंड स्थित एक मात्र मवेशी अस्पताल में डॉक्टरों की घोर कमी है. यहां एक ही डॉक्टर प्रभार में है, जो ज्यादातर गायब रहता है.
प्राइवेट अस्पताल में कराना पड़ता है इलाज
अस्पताल परिसर तो काफी बड़ा है, लेकिन स्थानीय लोग इसे गोबर, भूसा सहित कई समान रखने के लिए इस्तेमाल करते हैं. ग्रामीण इसके आंगन में घोड़े और दूसरे कई जानवर बांधते हैं. ग्रामीणों के मुताबिक सरकारी अस्पताल से उन्हें कोई मदद नहीं मिलती. यहां सिर्फ खानापूर्ती के लिए भवन है, लेकिन किसी काम का नहीं है. लोगों का कहना है कि आजतक किसी ने यहां पदस्थापित डॉक्टर को नहीं देखा. अस्पताल के चतुर्थ वर्ग के कर्मचारी ही इलाज करते हैं. उन्होंने बताया कि इससे उन्हें मवेशियों का इलाज प्राइवेट अस्पताल में कराना पड़ता है.