खगड़ियाःजल जीवन हरियाली यात्रा के तहत 4 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जिले में आगमन हुआ था. मुख्यमंत्री तेलिहार गांव में वैसकी जलकर के जीणोद्धार का निरीक्षण करने वाले थे. इसके लिए 700 मजदूरों को लगाकर युद्ध स्तर पर तैयारी करवाई गई थी. लेकिन 17 दिन बीत जाने के बाद भी इन मजदूरों को मजदूरी नहीं मिली है.
खगड़ियाः मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर 700 मजदूरों ने युद्धस्तर पर किया काम, लेकिन नहीं मिली मजदूरी - दो विभागों के बीच फंसा मामला
मुख्यमंत्री वैसिक जलकर का निरीक्षण करेंगे, ये पहले से तय था. ऐसे में इसकी सफाई के लिए 700 मजदूरों को काम पर लगाया गया था. उस समय ठंड भी काफी थी. ऐसे में कई मजदूर ज्यादा देर तक पानी में रहने से बीमार भी पड़ गए. फिर भी उन्हें समय पर मजदूरी नहीं मिली.
700 मजदूरों को लगाया गया था काम पर
बता दें कि जब नीतीश कुमार का जिले में दौरा होने वाला था तब जिला प्रशासन की टीम युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटी हुई थी. मुख्यमंत्री वैसिक जलकर का निरीक्षण करेंगे, ये पहले से तय था. ऐसे में इसकी सफाई के लिए 700 मजदूरों को काम पर लगाया गया था. उस समय ठंड भी काफी थी. ऐसे में कई मजदूर ज्यादा देर तक पानी में रहने से बीमार भी पड़ गए. फिर भी उन्हें समय पर मजदूरी नहीं मिली.
दो विभागों के बीच फंसा मामला
जिलाधिकारी अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि ये काम लघु सिंचाई विभाग ने किया था, लेकिन उनका कहना है कि फिशिंग डिपार्टमेंट को इन मजदूरों का पैसा भुगतान करना है. ऐसे में मामला फंस गया है. राज्य सरकार से मार्गदर्शन मांगा गया है. जैसे ही वहां से निर्देश आ जाएगा, मजदूरों को पैसा दे दिया जाएगा. मजदूरों की 4 लाख 68 हजार मजदूरी अभी बाकी है. ये एक बड़ी रकम है. इस वजह से दोनों विभाग फंड देने में हिचक रहे हैं.