खगड़िया: जिले में बेलदौर प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्र में पिछले 45 दिनों से इमर्जेंसी वॉर्ड बंद पड़ा हुआ है. जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. लेकिन फिर भी किसी अधिकारी ने इसकी अब तक कोई सुध नहीं ली है.
45 दिनों से इमर्जेंसी सेवा पूरी तरह ठप
बेलदौर प्रखंड की आबादी 2 लाख से ज्यादा है. इतनी बड़ी आबादी के लिए सिर्फ एक ही अस्पताल है. जहां 45 दिनों से इमर्जेंसी सेवा पूरी तरह ठप है. जिसके बाद जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग आमरण अनशन पर बैठे हैं.
आपातकाल विभाग में लगा ताला हर तरफ कचड़ा और गंदगी
अस्पताल की स्थिति काफी खराब है. परिसर में हर तरफ कचड़ा और गंदगी दिखाई देती है. प्रसव वॉर्ड के बगल में डंपिंग यार्ड बना हुआ है. स्थानीय लोगों ने बताया कि 45 दिन पहले डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच मारपीट हुई थी. जिसके बाद डॉक्टरों ने हड़ताल कर दिया.
डॉक्टरों की कमी
प्रखंड प्रमुख ने बताया कि पिछले डेढ़ महीने से इमरजेंसी सेवा को बंद किया गया है. जिसकी वजह से गरीब तबके के लोग ज्यादा परेशान हैं. उनके पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है. अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर मुकेश कुमार ने बताया कि डॉक्टरों की कमी की वजह से इमरजेसी सेवा ठप है. उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन के पास पत्र लिखकर डॉक्टर की मांग की गई है. लेकिन अभी तक 2 डॉक्टरों के भरोसे अस्पताल संचालित हो रहा है.