पुल हादसे में सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी का एक कर्मी लापता खगड़िया: अगुवानी- सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल के धराशायी होने के बाद सिंगला कंस्ट्रक्शन के एक कर्मी विभाष यादव लापता बताए जा रहे हैं. प्रशासनिक स्तर पर एसडीआरएफ की टीम के द्वारा खोजबीन की जा रही है. वहीं पुल के धराशाई होने के बाद स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हैं और सीधे तौर पर पुल निर्माण निगम के अधिकारियों पर अनियमितता का आरोप लगा रहे हैं.
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पिलर नंबर 10 में काम कर रहा एक कर्मी लापता: सिंगला कंस्ट्रक्शन में गार्ड के रूप में कार्यरत स्थानीय कर्मी खीराडीह के विभाष यादव के लापता होने के मुद्दे पर परबत्ता के अंचल अधिकारी चंदन कुमार ने कहा कि परिजनों द्वारा कर्मी के लापता होने का दावा किया जा रहा है. जिस समय पुल दुर्घटनाग्रस्त हुआ उस समय विभाष यादव पुल के पिलर नंबर 10 पर मौजूद थे. घटना के बाद से उनका कुछ पता नहीं चल रहा है.
"पदाधिकारी बोल रहे हैं कि आप कैसे साबित कर सकते हैं कि वो मर गया है. अभी भी यही बात बोल रहे हैं, उनको शर्म आना चाहिए. जिंदा रहता तो घर में रहता कि नदी में सो कर रहेगा. यह पुल टूटने की दूसरी घटना है. विधायक ने विधानसभा में जांच की मांग की थी. अगर पिलर की जांच होती तो ये हादसा नहीं होता."- राम इकबाल,लापता कर्मी के परिजन
"विभाष यादव की बरामदगी के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को लगाया गया है. अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं है. परिजनों के कहने पर हम खोजबीन में लगे हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि बॉडी रिकर करने की."-चंदन कुमार, अंचल अधिकारी, परबत्ता खगड़िया
स्थानीय लोगों में आक्रोश: वहीं इस घटना के बाद से लोगों में काफी आक्रोश है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल के निर्माण कार्य में शुरू से ही भ्रष्टाचार हो रहा था. बड़े-बड़े अधिकारी इस अनियमितता में शामिल हैं. स्थानीय विधायक ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया छा लेकिन सरकार ने अनसुना कर दिया.
"तेजस्वी यादव और प्रत्यय अमृत ने खुद माना है कि दो सदस्यों ने पाया में क्रैक होने की बात कही थी. आईआईटी रूड़की ने भी कहा था कि फिर से इसकी जांच कर फिर से तोड़ के बनाया जाए. सरकार समय पर एक्शन लेती तो यह घटना नहीं होती."- दीपक कुमार,स्थानीय
पुल निर्माण की गुणवत्ता पर लोगों ने उठाए सवाल:स्थानीय लोगों ने कहा कि घटिया साम्रगी का इस्तेमाल पुल निर्माण में किया जा रहा है. यह तो पहले ही गिर गया. अगर पुल चालू हो जाता और उसके बाद घटना होती तो क्या होता. एक मजदूर पिलर 10 में काम कर रहा था लेकिन अभी तक नहीं मिला है. परिजन रो रहे हैं और सरकार कुछ नहीं कर रही है.
"हमें पहले सूचना मिली थी कि पुल डैमेज है. नाविकों को अलर्ट कर दिया गया था. फिर किसी को जाने नहीं देना चाहिए था. सब लापरवाही का नतीजा है."-स्थानीय निवासी