कटिहारः बिहार सरकार ने एक ओर प्रदुषण से निपटने के लिए जल-जीवन-हरियाली जैसी योजना की शुरुआत की है, साथ ही हरियाली मिशन का गठन किया गया हैं. वहीं, दूसरी ओर विकास की आंधी में हरे-भरे पेड़ बेरहमी से काटे जा रहे है. कटिहार में स्कूल भवन निर्माण के नाम पर वर्षों पुराने पेड़ काट दिए गए और प्रशासन चुप्पी साधे रहा.
काटा गया आम का विशाल पेड़
मामला कटिहार के प्राणपुर प्रखण्ड के जौनिया मध्य विद्यालय का है, जहां स्कूल परिसर के अंदर आम का विशाल पेड़ काट दिया गया है. बताया जाता है कि शिक्षा विभाग ने मध्य विद्यालय को अपग्रेड कर इसे उच्च विद्यालय का दर्जा दे दिया है. इसी के तहत विद्यालय परिसर में हाई स्कूल के भवन का निर्माण किया जाना है. जिसमें हरा-भरा पेड़ आड़े आ रहा था.
जौनिया मध्य विद्यालय, कटिहार स्कूल प्रबंधन ने साधी चुप्पी
स्कूल प्रबंधन ने कार्य को गति देने के लिये लकड़हारे की मदद से पेड़ को काटने का फरमान जारी किया. पेड़ को काटने के आदेश की जानकारी वरीय पदाधिकारियों को थी या नहीं. इस मामले में स्थानीय वन विभाग की रजामंदी और नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट मिला या नहीं, इस सवाल पर स्कूल प्रबंधन ने चुप्पी साध ली. कैमरे पर जबाब देने से साफ इंकार कर दिया. काटे गये पेड़ के छोटे डंठल को रात के अंधेरे में बदमाशों ने उड़ा लिये.
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हरियाली मिशन की उड़ी धज्जियां
बिहार सरकार के हरियाली मिशन के तहत राज्य में कहीं भी सड़क चौड़ीकरण और भवन निर्माण के दौरान पुराने वृक्षों की कटाई होती है तो एक पेड़ काटने पर तीन पौधे लगाने का कड़ा प्रावधान किया गया है. लेकिन कटिहार में राज्य सरकार की यह घोषणा , एक बार फिर व्यवस्था की भेंट चढ़ते दिख रही है.