कटिहारः बिहार में सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर राजनीतिक बयानबाजियों का दौर जारी है. कटिहार पहुंचे राज्यसभा सदस्य अहमद अशफाक करीम ने भी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अगर अभी चुनाव हो जाए तो सरकार को अपने वाटरलेवल का पता चल जायेगा. यह एक महज इत्तेफाक है कि चुनाव में अभी काफी समय बाकी है.
'इस देश के संविधान का मतलब समझना चाहिए'
सांसद अहमद अशफाक करीम ने कहा है कि आज असम जल रहा है. दिल्ली का शाहीन बाग जल रहा है. यह किसी एक राज्य का मामला नहीं है. बल्कि पूरे देश का मामला है. देश के वित्तीय हालात क्या हैं, भारतीय इकोनॉमी कहां जा रही है. संविधान पूरे देश के लिए है. इस देश के संविधान का मतलब समझना चाहिए.
'हम ज्यूडिशियरी पर भरोसा करते हैं'
अहमद अशफाक करीम ने कहा कि एग्जीक्यूटिव को अथाह पावर है और उसमें चेक एंड बैलेंस के लिये ज्यूडिशियरी की स्थापना हुई थी. हम ज्यूडिशियरी पर भरोसा करते हैं. लेजिस्लेटिव गलत कानून बना रही है, काला कानून बना रही है. लेकिन हम ज्यूडिशियरी की तरफ आस लगाए बैठे हैं. जब न्यायालय देखेगी तभी यह देश बचेगा, संविधान बचेगा.
अहमद अशफाक करीम, सदस्य राज्यसभा ये भी पढ़ेंः जानें, इस वजह से नीतीश और पीके के बीच बढ़ीं दूरियां
जारी है जुबानी हमले का दौर
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. जैसे-जैसे दिन बढ़ता जा रहा है, आरजेडी सरकार पर जुबानी हमले और तेज करती जा रही है. अब देखना दिलचस्प होगा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सीएए, एनआरसी और एनपीआर का क्या राजनीतिक असर पड़ता है.