बिहार

bihar

ETV Bharat / state

कटिहार: वशिष्ठ नारायण सिंह के निधन पर राजद ने आयोजित की श्रद्धांजलि सभा

अमेरिका के बर्कले विश्वविद्यालय तक अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महान गणितज्ञ अपनी थ्योरी को लेकर दुनिया भर चर्चा में रहें थे. लेकिन उनके बिमार रहने के दौरान उनकी घोर उपेक्षा हुई थी. पीएमसीएच में मरणोपरांत उनके शव को एक एम्बुलेंस के लिए घंटो इंतजार करना पड़ा था.

श्रद्धांजलि सभा

By

Published : Nov 18, 2019, 11:25 AM IST

कटिहार: जिले के जीआरपी चौक पर महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के निधन पर स्थानीय राजद इकाई की ओर से एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. जिसमें राजद के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य समरेंद्र कुणाल, जिलाध्यक्ष तारकेश्वर ठाकुर समेत सैकड़ों राजद कार्यकर्ताओं ने वशिष्ठ बाबू के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर याद किया.

'क्षितिज का विशिष्ट तारा हमेशा के लिए टूट गया'
मौके पर राजद नेता समरेंद्र कुणाल ने डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह को याद करते हुए बताया कि 'क्षितिज का विशिष्ट तारा हमेशा के लिए टूट गया'. उन्होंने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग राजद के शासन काल को जंगलराज कहा करते थे. वे लोग आज विशिष्ट बाबू के निधन पर अपना स्याह चेहरा छुपाए हुए हैं. प्रदेश में राजद अध्यक्ष ने 15 सालों तक शासन किया था और वर्तमान सरकार के भी 15 साल होने को है. जनता इन बीते सालों की तुलना कर रही है. राजद ने विशिष्ट बाबू को इलाज के साथ उनके परिजनों को नौकरी दिया था. लेकिन प्रदेश की सरकार ने मिट्टी के लाल को जिस तरह का सम्मान दिया. वह सभी के सामने है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'महान व्यक्तित्व का निधन अपूरणीय क्षति'
इस दौरान राजद जिलाध्यक्ष तारकेश्वर ठाकुर ने वशिष्ठ नारायण सिंह को अश्रूपूर्ण नेत्रों से श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए बताया कि वे महान व्यक्तित्व से परिपूर्ण थे, उनका इस तरह से जाना न केवल प्रदेश के लिए बल्कि संपूर्ण विश्व के लिए एक अपूरणीय क्षति है.

तारकेश्वर ठाकुर , राजद जिलाध्यक्ष

दुनिया भर चर्चा में रहे थे वशिष्ठ नारायण सिंह
गौरतलब है कि पटना विश्वविद्यालय से लेकर अमेरिका के बर्कले विश्वविद्यालय तक अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महान गणितज्ञ अपनी थ्योरी को लेकर दुनिया भर में चर्चा में रहें. लेकिन उनके बिमार रहने के दौरान उनकी घोर उपेक्षा हुई थी. पीएमसीएच में मरणोपरांत उनके शव को एक एम्बुलेंस तक के लिए घंटो इंतजार करना पड़ा था.

समरेंद्र कुणाल, राजद नेता

ABOUT THE AUTHOR

...view details