कटिहार: बिहार (Bihar) के कटिहार (Katihar) में उस समय सड़कों पर जाम की स्थिति हो गयी, जब जुगाड़ वाहन के परिचालन पर रोक के खिलाफ आरजेडी (RJD) और सीपीआई के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आये. राजद और सीपीआई के कार्यकर्ताओं ने बिहार सरकार (Bihar Government) से पश्चिम बंगाल (West Bengal) की तरह जुगाड़ वाहन (Jugaad Vehicle) परिचालन की अनुमति की मांग की है.
ये भी पढ़ें:जुगाड़ वाहनों के चलाने पर लगी रोक, विरोध में उतरे माले विधायक ने कहा- कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए जारी हुआ आदेश
जिले के नगर थाना क्षेत्र स्थित शहीद चौक के पास जुगाड़ वाहन चालकों के समर्थन में राजद नेता और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉ रामप्रकाश महतो और सीपीआई(एमएल) विधायक महबूब आलम सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. सीपीआई एमएल विधायक महबूब आलम ने बताया कि सरकार की ओर से जुगाड़ गाड़ी के परिचालन पर रोक लगाना सही निर्णय नहीं है.
उन्होंने बताया कि पूरे देश में जुगाड़ गाड़ी का परिचालन हो रहा है. इस रोजगार से हजारों परिवार के चूल्हे रोज जलते हैं. विधायक ने कहा कि सरकार की ओर से जुगाड़ गाड़ी के परिचालन पर रोक लगाये जाने की घोषणा होने से इन परिवारों के सामने भुखमरी की नौबत खड़ी हो गयी है. बता दें कि इस विरोध प्रदर्शन के दौरान सड़कों पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी.
वहीं इस मौके पर आरजेडी नेता और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रकाश महतो ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकरा ने जुगाड़ वाहन के परिचालन की अनुमति दे रखी है और इसके लिये परमिट भी जारी किया जाता है. उन्होंने कहा कि हम बिहार सरकार से यह मांग करते हैं कि राज्य में गरीब परिवारों के आजीविका के लिये जुगाड़ वाहन चलाने वाले लोगों को इसके परिचालन की अनुमति दी जाये.
उन्होंने कहा कि आज का यह विरोध प्रदर्शन एक संकेत था लेकिन इसके बाद अगर जुगाड़ वाहन चलाने की अनुमाति अगर नहीं दी जाती है तो यह विरोध प्रदर्शन बड़े पैमाने पर होगा. गौरतलब है कि सरकार की ओर से जुगाड़ वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दिया गया है. जिसके परिचालन को लेकर मंगलवार को आरजेडी और सीपीआई के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया.
बता दें कि भले ही यह जुगाड़ गाड़ी से हजारों परिवारों का चूल्हा जलता है. लेकिन इससे सरकार के साथ- साथ आम लोगों को हानि है. क्योंकि जहां एक ओर जुगाड़ गाड़ी परिवहन विभाग के राजस्व को क्षति पहुंचाता है. वहीं वातावरण को भी अपने काले धुएं से प्रदूषित करता है. हादसे होने पर बिना बीमा के चलने के कारण लोगों को मुआवजा भी नहीं मिल पाता है.
ये भी पढ़ें:व्यापारियों ने पुलिस पर लगाया बेवजह पिटाई करने का आरोप, बाजार बंद कर किया प्रदर्शन