सीतामढ़ीःकोरोना वायरस की वैश्विक महामारी को लेकर जब केंद्र सरकार ने पूरे देश को लॉक डाउन किया. तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में सभी निजी संस्थानों और कंपनियों के मालिकों से अपील की थी कि कोरोना वायरस को लेकर किए गए लॉक डाउन के दौरान निजी संस्थानों और फैक्ट्रियों में काम कर रहे मजदूरों को समय से वेतन का भुगतान करें. जिससे कि महामारी के इस संकट में कोई भी मजदूर और उसका परिवार भूखा न सोए. वहीं जिले के रीगा चीनी मिल प्रबंधन पूर्व में भी 30 मजदूरों को बगैर नोटिस दिए कार्य से हटा चुका है और अब 600 मजदूरों को महामारी के संकट में 2 महीने तक के लिए कार्य से हटा दिया है.
बगैर कारण बताए ही मजदूरों को कार्य से निकाला
रीगा चीनी मिल के मजदूरों का मिल प्रबंधन पर आरोप है कि मिल प्रबंधन ने बगैर कारण बताए उन्हें निकाला है. कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी के समय जब पूरा देश लॉक डाउन है और सरकार मजदूरों को कार्य से नहीं हटाने की निर्देश दे रही है और समय से मजदूरों को वेतन देने की भी निर्देश दे रही है. वहीं मिल प्रबंधन ने रातों-रात ही 600 मजदूरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.