कटिहार: बाढ़ पीड़ितों की मदद को लेकर नीतीश सरकार के मंत्री और नेता भले ही लाख दावे कर लें, लेकिन इसको लेकर उनकी गंभीरता क्या है, ये गाहे-बगाहे सामने आ ही जाती है. राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रुप में सैलाबजादा इलाके का जायजा लेने पहुंचे भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल बाढ़ पीड़ितों का आंकड़ा कभी कुछ बताते हैं तो कभी कुछ. मंत्री जी के दोनों आंकड़ो में ड़ेढ लाख से ज्यादा का फासला है.
मदद को पहुंचे मंत्री जी को नहीं पता है बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या, दो जगहों पर दिये अलग-अलग आंकड़े
मंत्री रामनारायण मंडल ने अपने पहले बयान में बताया कि जिले में बाढ़ से 2 लाख 34 हजार की आबादी प्रभावित हुई हैं. लेकिन अगले ही दिन दूसरे बयान में उन्होंने बताया कि जिले में बाढ़ पीड़ितों की संख्या 3 लाख 44 हजार से ज्यादा है.
आंकड़ों में ड़ेढ लाख से ज्यादा का फासला
जिले में बाढ़ पीड़ितों के लिए कैम्प कर रहे मंत्री रामनारायण मंडल ने अपने पहले बयान में बताया कि जिले में बाढ़ से 2 लाख 34 हजार की आबादी प्रभावित हुई हैं. लेकिन अगले ही दिन दूसरे बयान में उन्होंने बताया कि जिले में बाढ़ पीड़ितों की संख्या 3 लाख 44 हजार से ज्यादा है.
हास्यास्पद बन जाते हैं ऐसे बयान
अब सवाल यह उठता है कि जिस मंत्री को राज्य सरकार ने स्थिति का जायजा लेने भेजा था, वहीं मंत्री अपने जुबान से फिसल रहे हैं, तो ऐसे में बाढ़ की असली तस्वीर सामने कैसे आ पाएगी. मंत्री के बताए दोनों आंकड़ों में डेढ़ लाख से ज्यादा बाढ़ पीड़ितों के दर्द का फासला है. जनप्रतिनिधियों के ऐसे बयान अक्सर हास्यास्पद बन जाते हैं लेकिन नेताओं के कानों पर जूं नहीं रेंगती.