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अनुसूचित जाति आयोग पहुंची कटिहार, विधवा के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में की जांच

डॉ योगेंद्र पासवान ने कहा कि डीएम और स्वास्थ्य विभाग को कहा गया है कि जो जघन्य अपराध है, उसमें मेडिकल रिपोर्ट में विलंब नहीं होनी चाहिए. अगर मेडिकल रिपोर्ट सही समय पर आ जाता है तो पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाता है.

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य पहुंचे कटिहार

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Published : Nov 25, 2019, 8:31 PM IST

कटिहार:जिले के कोढा थाना क्षेत्र में कुछ दिनों पहले एक विधवा के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में जांच को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य कटिहार पहुंचे. जानकारी मिलने के बाद समाहरणालय के सभाकक्ष में जिले के सभी पदाधिकारियों के साथ आयोग की टीम ने बैठक की. जिसके बाद 15 दिनों के अंदर इस मामले में आयोग को रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.

15 दिन पहले हुई थी हत्या
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य डॉ योगेंद्र पासवान ने कहा कि कुछ दिनों पहले मीडिया के माध्यम से जिले के कोढा थाना क्षेत्र में एक विधवा महिला के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला सामने आया था. आयोग को जानकारी मिलते ही मुझे कटिहार भेजा गया और पदाधिकारियों को जल्द से जल्द इस मामले में रिपोर्ट देने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि महिला की हत्या 15 दिन पहले हुई थी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आज दिया गया है.

जानकारी देते राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य

मेडिकल रिपोर्ट में नहीं होना चाहिए विलंब
डॉ योगेंद्र पासवान ने कहा कि डीएम और स्वास्थ्य विभाग को कहा गया है कि जो जघन्य अपराध है, उसमें मेडिकल रिपोर्ट में विलंब नहीं होनी चाहिए. अगर मेडिकल रिपोर्ट सही समय पर आ जाता है तो पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाता है. इस मामले में स्वास्थ्य विभाग को कड़ाई से नियम पालन करने का निर्देश दिया है. साथ ही कहा गया है कि आगे इस तरह की घटना ना घटे, इसलिए नियत समय पर मेडिकल रिपोर्ट परिजनों को सौंप दिया जाए.

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आवास योजना का नहीं मिला लाभ
डॉ योगेंद्र पासवान ने कहा कि उस जगह पर जाने के बाद पता चला कि वहां बांध किनारे बसे लोगों को आवास योजना का लाभ नहीं मिला है. न ही जमीन खरीदने के लिए किसी तरह का प्रस्ताव दिया गया है. वहां आज भी ऐसे कई बच्चे हैं, जो स्कूल नहीं जा पाते हैं. गरीबी और अशिक्षित होने के कारण परिजन ध्यान नहीं देते. इसलिए डीएम को निर्देश दिया गया है कि वैसे बच्चों को चिन्हित कर जल्द से जल्द किसी विद्यालय में उनका नामांकन कराएं.

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