कटिहार:अपने बयानों की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान सिद्धू के बिगड़े बोल के कारण उन पर आचार संहिता उल्लंघन मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी. इसी मामले के अनुसंधान के लिए बिहार की पुलिस की एक स्पेशल टीम को पंजाब भेजा गया है.
क्या है मामला
दरअसल, पूरा मामला जिले के बारसोई थाना क्षेत्र का है. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कटिहार में महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस उम्मीदवार के लिए रैली में भाषण दिया था. इस दौरान उन्होंने सांप्रदायिक टिप्पणी की थी. इस मामले में बारसोई थाना के एएसआई जनार्दन राम को अनुसंधानकर्ता बनाया गया था. लॉकडाउन के बाद पुलिस मुख्यालय की तरफ से पेंडिंग केसों के निष्पादन के निर्देश के बाद कटिहार पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने इस मामले में स्पेशल टीम को नवजोत सिंह सिद्धू से पूछताछ के लिये पंजाब भेजा है. इस मामले में इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर जनार्दन राम और सब इंस्पेक्टर जावेद आलम को पंजाब भेजा गया है.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट सिद्धू की तरफ से नहीं मिल रहा सहयोग
बताा जा रहा है कि दोनों अधिकारी पंजाब पहुँच चुके हैं. उनके अनुसार नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से इश मामले में कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. पिछले साल भी उनसे मुलाकात नहीं हुई थी. इस साल भी घर में काम करने वाले लोग कह रहे हैं कि साहब घर पर नहीं हैं, कोई नहीं बता रहा है कि आखिर नवजोत सिंह सिद्धू कहां हैं?
सिद्धू ने दिया था विवादित बयान
अपने विवादित बयान में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मुस्लिम मतदाताओं से कहा था कि आप यहां अल्पसंख्यक होकर भी यहां बहुसंख्यक हो. अगर आप सभी एकजुटता दिखाएंगे तो बिहार महागठबंधन के उम्मीदवार को कोई नहीं हरा सकता है. अपने चेतावनी भरे लहजे में सिद्धू ने कहा था कि मुस्लिम भाइयों, ये आपको बांट रहे हैं. अगर आप सभी लोग इकट्ठे होकर 64 फीसदी के साथ आए तो सब उलट हो जाएंगे और हार जाएंगे.
कांग्रेस उम्मीदवार तारिक अनवर ने जताई थी असहमति
कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के विवादित भाषण के बाद कटिहार से कांग्रेस उम्मीदवार तारिक अनवर ने बताया जिस तरह से नवजोत सिंह सिद्धू का बयान आया है उससे मैं पूर्ण रूप से असहमत हूं. मैंने कभी भी धर्म और जाति की राजनीति नहीं की है. मेरा विश्वास है सर्व धर्म समभाव में और जो कुछ उन्होंने कहा है यह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है यह राय पार्टी की नहीं है.