कटिहार: जिले के गोबराही दियारा में तीन दिन पूर्व एक किसान की हत्या कर दी गई थी. किसान जयलाल महतो हत्याकांड में अभी तक एक भी आरोपी कानून के हत्थे नहीं चढ़ पाए हैं. वहीं दूसरी ओर दियारा में किसानों की आए दिन हत्याओं ने आम अवाम को झकझोर कर रख दिया हैं.
जेडीयू नेता और बरारी से विधायक विजय कुमार सिंह ने कहा है कि दियारा इलाके में आतंक का राज कायम हैं और वहां टारगेट करके हत्या की जा रही है.
पुलिस कैम्प के साथ सैप जवानों की प्रतिनियुक्ति की मांगजेडीयू विधायक विजय कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने किसान हत्याकांड पर पुलिस अधीक्षक से बात की है और दियारा इलाके की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है. दियारा इलाके में अपराधियों का मनोबल काफी चरम सीमा पर है. जिस कारण दियारा इलाके में लोगों को टारगेट कर हत्या की जा रही है.
दियारा इलाके में लोगों की सुरक्षा के लिये उन्होंने पुलिस से मांग की है कि संवेदनशील इलाके में पुलिस कैम्प का निर्माण हो. उस कैम्प में सैप के जवानों की प्रतिनियुक्ति हो और इलाके के लोगों के लिए रात्रि सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जाए. सामान्य पुलिस गश्ती के अलावा बदमाशों पर नकेल डालने के लिए दूसरे सटीक उपाय के निर्णय लिया जाए.
कई किलोमीटर क्षेत्रों में फैला है दियारा इलाका
गौरतलब है कि कटिहार के तीन प्रमुख गंगा, कोसी और महानंदा नदी की जद में कई किलोमीटर का इलाका दियारा क्षेत्र में शुमार है. जिले के मनिहारी, अमदाबाद, कुर्सेला, बरारी प्रखण्ड के दूसरी ओर झारखंड के साहेबगंज जिले की नदी क्षेत्र है. जबकि कुर्सेला, बरारी प्रखण्ड क्षेत्र का हिस्सा सूबे के भागलपुर, नौगछिया इलाके से सटता है. नदी थाना नहीं होने के कारण दियारा इलाके में बदमाशों के दहशत की तुलना में स्थानीय पुलिस की धमक कम है. जिस कारण बदमाश किसानों से जबरन खेती के नाम पर लेवी और रंगदारी वसूलते हैं. किसान बदमाशों के नजराने देने में कतराते हैं. वहीं उनकी हत्यायें भी हो जाती है.
एक साल में 6 से अधिक किसानों की हत्या
एक आंकड़े के अनुसार बीते साल जिले में 6 से अधिक किसान, संगीनों की भेंट चढ़ चुके हैं. अब देखना यह है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन किसानों की सुरक्षा के लिये क्या कदम उठाता है.