कटिहार:जाप अध्यक्ष पप्पू यादव ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के लिए तीनों राज्यों के स्थानीय चेहरों को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने विशेष तौर पर मध्य प्रदेश का जिक्र करते हुए कहा कि कमलनाथ की भूल के कारण एमपी में 'कमल का फूल' खिला है. हालांकि पप्पू ने कहा कि अब इन बातों को दोहराने से कोई फायदा नहीं. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को इससे सबक लेना चाहिए.
'सभी दलों को अहंकार छोड़ना होगा':कटिहार रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने के दौरान जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि इंडिया गठबंधन के सभी छोटे-बड़े दलों को 2024 के बारे में सोचना चाहिए. जो लोग देश बचाने की सोचते हैं, उन्हें मिलकर काम करना होगा. किसी भी परिस्थितियों में रणनीति बनाने पर विचार करने की जरूरत हैं. उन्होंने कहा कि लालू यादव, नीतीश कुमार, कांग्रेस, सीपीआई और सीपीएम (माले) समेत सभी पार्टियों को इस पर बैठना चाहिए और अहंकार को छोड़ना चाहिए.
"जो भी छोटी-छोटी पार्टियां हैं, उनको अपना अहंकार छोड़ देना चाहिए. मैं समझता हूं कि अगर सब लोग अहंकार छोड़ दे और नेक टू नेक फाइट हो तो बिहार नंबर वन पर रहेगा. अभी सभी विपक्षी दलों को मिलकर विचार करने की जरूरत है. लालू जी और नीतीश जी समेत तमाम नेताओं को बैठकर बात करना चाहिए"- पप्पू यादव, अध्यक्ष, जन अधिकार पार्टी
इंडिया गठबंधन में तकरार: दरअसल, तीन राज्यों में हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 6 दिसंबर को इंडिया गठबंधन की अनौपचारिक बैठक बुलाई थी लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और हेमंत सोरेन ने जाने से इंकार कर दिया. जिस वजह से आखिरी वक्त में 5 दिसंबर को इसे टाल दिया गया है. जिस वजह से गठबंधन की एकता और अस्तित्व को लेकर सवाल उठने लगे हैं.