कटिहार: बिहार के कटिहार में रेलवे के महाप्रबंधकअंशुल गुप्ता ने भारत और भूटान रेल मार्ग (India and Bhutan Rail Route) को लेकर नई पहल की बात कही है. उन्होंने बताया कि भारत एक नए ऐतिहासिक रिश्ते की शुरुआत कर रहा है. पड़ोसी देश पाकिस्तान और बांग्लादेश के बाद भारतीय रेल जल्द ही भूटान तक अपनी रेल सेवा देने वाला है. खास बात तो यह है कि भारत-भूटान रेल सेवा के लिए सर्वे का कार्य भी पूरा हो चुका है. जल्द ही इस पर कागजी प्रक्रिया पूरे होने के बाद आगे का काम किया जाएगा.
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"जिन देशों की सीमाएं, भारत की सरहद से जुड़ती है उन देशों में रेल कनेक्टिविटी को ले जाने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं. जिससे हमारी सामाजिक प्रगाढ़ता, इकोनॉमिकली कनेक्टिविटी बढ़ेगी और उन देशों से ट्रेड की शुरुआत हो सकेगी. नेपाल के विराटनगर कस्टम यार्ड तक काम हो चुका हैं पूरा, जल्द ही सेवा शुरू कर दी जाएगी."-अंशुल गुप्ता, महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे
रेल कनेक्टिविटी से बढ़ेगी ट्रेड: कटिहार रेलवे जंक्शन पर मीडिया से रूबरू होते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ( Anshul Gupta Railway General Manager) ने भारत और भूटान रेल मार्ग पर बात की. उन्होंने बताया कि जिन देशों की सीमाएं, भारत की सरहद से जुड़ती है उन देशों में रेल कनेक्टिविटी को ले जाने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं. जिससे हमारी सामाजिक प्रगाढ़ता, इकोनॉमिकली कनेक्टिविटी बढ़ेगी और उन देशों से ट्रेड की शुरुआत हो सकेगी. अंशुल गुप्ता ने बताया कि पूर्वोत्तर सीमांत रेल जोन में पहले ही भारत - बांग्लादेश के बीच हल्दीबाड़ी और चेलाटी के बीच मिताली एक्सप्रेस सेवा की शुरुआत हो चुकी है. जबकि दो और सेवा शीघ्र ही चालू हो जाएंगे.
2023 से शुरू हो सकती है सेवा: भारत-भूटान रेल मार्ग को लेकर उम्मीद हैं कि यह कार्य मार्च 2023 तक शुरू हो जाएगा. त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से बांग्लादेश के अखोरा तक का काम भी युद्ध स्तर से चल रहा है. इसके अलावा असम के महिसल होते हुए बांग्लादेश के शाहबाजगंज तक ट्रेन सेवा शुरू की जाएगी. असम के कोकराझार से भूटान के कलेपोंग तक का रेल लाइन बिछाने का सर्वे का काम पूरा हो चुका हैं. इसके बाद स्वीकृति और फंडिंग के कार्य भी शुरू हो जाएंगे.
कटिहार से चलेगी वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन: पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ने बताया कि नेपाल के कस्टम यार्ड तक ट्रेन सेवा के लिए सारे काम पूरे हो चुके हैं. सीआरएस की स्वीकृति के बाद यह मार्ग भी चालू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि सेकेंड फेज में पांच वनदे भारत ट्रेन दिल्ली-गुवाहाटी सेक्शन पर दौड़ेगी, जिसमें एक कटिहार से भी चलने की उम्मीद है.
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