कटिहार:बिहार के कटिहार में कर्ज के कारण एक और परिवार की जिंदगी खत्म हो गई. घटना जिले के पोठिया ओपी थाना क्षेत्र की है. दरअसल खोता गांव में पति-पत्नी ने खुदकुशी कर ली है. बताया जाता है कि पीड़ित मंगल मंडल मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था. सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था लेकिन अचानक उनपर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा.
Katihar News: 'पैर का इलाज कराने के चलते भैया पर लाखों रुपये का कर्जा था, भाभी के साथ दे दी जान'
कटिहार में कर्जदारों के पैसे चुकाने के दबाव से परेशान होकर पति-पत्नी ने अपनी जान दे दी. दोनों के शव उनके घर से ही बरामद हुए हैं. मृतक के भाई ने बताया कि 3-4 लाख रुपये का कर्ज था. कर्जदारों की तरफ से परिवार को परेशान किया जा रहा था. जिसके बाद दोनों ने ये कदम उठाया.
कर्ज से परेशान पति-पत्नी ने दी जान: मंगल मंडल एक हादसे का शिकार हो गया और उसका पैर टूट गया. इस विपदा ने घर को पूरी तरह से तोड़कर रख दिया. हालात ऐसे बन गए कि पीड़ित मंगल मण्डल की पत्नी को अपना मंगलसूत्र तक बेचना पड़ा. इलाज के नाम पर लाखों कर्ज हो गये लेकिन मंगल मण्डल का मर्ज ठीक नहीं हुआ. मृतक के भाई ने बताया कि दोनों के शव फन्दे से झूलती हुई घर से ही बरामद की गई है.
"कर्जा बहुत ज्यादा हो गया था. कर्ज से मेरा भाई परेशान था. उसका टांग टूटा हुआ था और इलाज चल रहा था. काम धंधा छूट गया. भागलपुर में इलाज हुआ , पैर में रॉड लगाया गया लेकिन स्टील क्रैक कर गया. फिर पूर्णिया से इलाज करवाए. अभी तो ठीक चल रहा था. तीन चार महीने में बिल्कुल अच्छे से चलने लगता. तीन से चार लाख का कर्ज था."- सुमन मण्डल, मृतक का भाई
पैर का चल रहा था इलाज: समय बीतता गया और कर्जदारों ने कर्ज के पैसे चुकता करने के लिये दबाब बनाना शुरू कर दिया. परेशान मंगल मंडल और उसकी पत्नी ममता देवी ने कर्ज से निजात पाने के लिए मौत का रास्ता चुन लिया. सुमन मण्डल ने बताया कि पैर टूटने की घटना में भाई इस कदर परेशान हो गया कि कर्ज के बोझ के नीचे दब कर उसने खुदकुशी कर ली. कटिहार सदर एसडीपीओ ओमप्रकाश ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये कटिहार सदर अस्पताल भेज दिया है. मामले की अनुसंधान शुरू कर दी है.