कटिहारःजिला चारों ओर से नदियों से घिरा हुआ है और बरसात के दिनों में यहां बाढ़ काफी तबाही मचाती है. जिस कारण लाखों लोग परेशान हो जाते हैं और अपने घर को छोड़कर ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हो जाते हैं. ऐसे समय में लोगों के लिए एकमात्र सहारा नाव रहता है और नाव के जरिए ही लोग बाढ़ ग्रसित इलाके में आवागमन करते हैं.
नाविकों को नहीं मिली बकाया राशि
बाढ़ ग्रसित इलाके में जिला प्रशासन की ओर से सरकारी नाव चलाने की अनुमति दी जाती है, ताकि लोग नाव से आवागमन कर सके और लोगों की जान को बचाया जा सके. वहीं नाव चलाने वाले नाविकों का पैसा का भुगतान जिला प्रशासन की ओर से की जाती है. लेकिन जिले में आज भी कई नाविक ऐसे हैं. जिन्हें जिला प्रशासन की ओर से अभी तक पूर्व का बकाया राशि नहीं दिया गया है. जिस कारण नाविकों के सामने भुखमरी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है.
बकाया राशि नहीं मिलने से नाविक परेशान
वहीं, बाढ़ के कहर के बीच अपना जान जोखिम में डालकर लोगों को मदद पहुंचाने वाले नाविकों को अब तक बकाया राशि नहीं मिलने से परेशान है. हालांकि जिला प्रशासन ने दावा किया है कि जून के पहले सप्ताह में हीं जिले के सभी नाविकों को पूर्व का बकाया राशि दिया जा चुका है.
अभी भी जिले के कई इलाके में बाढ़ जैसे हालात है और कई जगहों पर अभी तक इन नाविकों को प्रशासन की ओर से नाव चलाने की अनुमति नहीं दी गई है, जिस कारण लोग भी परेशान रहते हैं और पैसे देकर नाव पर आवागमन करने को मजबूर हो जाते हैं.
नाविकों के सामने भुखमरी जैसी स्थिति उत्पन्न
वहीं, नाविकों ने बताया कि अभी तक पिछले साल का बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है. कदवा प्रखंड के शिवगंज में 2017 में जब बांध टूटी थी, उस दौरान कुछ पैसे दिए गए थे. लेकिन अभी भी पहले का बकाया राशि बाकी है. नाविकों ने प्रशासन के दावे को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि हम प्रशासन के सामने बात कहेंगे कि अभी तक हम लोगों को पैसा नहीं दिया गया है. यहां तक की अभी तक बाढ़ ग्रसित इलाके में नाव चलाने की अनुमति भी नहीं दी गई है. ऐसे में हम अपना परिवार कैसे चलाएंगे.
'एसडीओ के रिपोर्ट के अनुसार सभी नाविकों का किया गया है भुगतान'
वहीं, इस मामले में जब हमने कटिहार के डीएम कंवल तनुज से बात की तो उन्होंने बताया कि जून के पहले सप्ताह में ही जिले के सभी नाविकों को पूर्व का बकाया राशि का भुगतान किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि 7 लाख रुपये का बकाया था, जिसे भुगतान किया जा चुका है. जिले के सभी एसडीओ के रिपोर्ट के अनुसार सभी नाविकों का भुगतान हो गया है. अगर ऐसी कहीं से सूचना मिलती है तो हमें उसकी जानकारी दें.