कटिहार:कटिहार में बाढ़ (Katihar Flood) प्रभावित भगवान भरोसे हैं. ऐसा हम नहीं बल्कि तस्वीरें बयां कर रही हैं क्योंकि जो सरकारी मदद बाढ़ प्रभावितों को दिये जा रहे हैं, वह नाकाफी (Insufficient) साबित हो रहे हैं. ऐसे में मन्दिर समिति द्वारा दिये जा रहे राहत सामग्री से लोगों के जीवन की गाड़ी आगे बढ़ रही है.
यह भी पढ़ें-हाल-ए-बिहार: बाढ़ में मौत के बाद पोस्टमार्टम के लिए खटिया से शव ले गए परिजन
जिले के कुर्सेला प्रखंड (Kursela Block) इलाके में राहत सामग्री लेने के लिये बाढ़ पीड़ितों के बीच मारामारी और धक्का मुक्की तक देखने को मिल रही है. राहत सामग्री वितरण के दौरान लोग एक दूसरे को धक्का देकर आगे निकलने की कोशिश भी कर रहे हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखी. लेकिन लोगों के पास भीड़ में जाकर सामान लाने के सिवाय दूसरा और कोई विकल्प नहीं बचा है.
सामुदायिक रसोई में केवल एक टाइम खिचड़ी बनती है. वह भी सब को मिल नहीं पाता है. लगातार खिचड़ी खाने से तबीयत भी बिगड़ गयी है.- बुधनी देवी, बाढ़ पीड़ित
स्थानीय दुर्गा मंदिर पूजा समिति (Durga Temple Puja Committee) प्रबंधन के द्वारा यहां राहत सामग्री बांटी जा रही है. दरअसल राशन के लिए की जा रही मारामारी के पीछे सरकारी उदासीनता वजह है. लोगों तक सरकारी मदद नहीं पहुंच रही है और अगर कहीं कहीं मदद पहुंच भी जाए तो वो नाकाफी साबित हो रहे हैं.
कैसे जीये बाबू , सब कुछ डूब गया है. सरकार की ओर से अब तक सहायता के नाम पर कुछ नहीं मिला है. घर में खाने तक के लाले पड़ गए हैं.- कौशल्या देवी, बाढ़ पीड़ित