कटिहार: बिहार के कटिहार जिले के किसान इन दिनों गेहूं, मक्का और धान की परंपरागत खेती को छोड़कर सरसों की खेती (Mustard Cultivation In Katihar) में जुटे हुए हैं. इसका कारण सरसों के तेल के दामों (Mustard Price Hike) वृद्धि होना है. कटिहार के किसानों ने अपने ट्रेंड को बदल लिया है. किसानों को उम्मीद है कि यह खेती उनके सालों भर के घरेलू खाद्य तेलों के जरूरतों के अलावा इतनी हो सकती है कि वह अतिरिक्त सरसों को बाजार में बेचकर आमदनी कर सकते हैं.
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बाजार में एक लीटर सरसों के तेल की कीमत लगभग 220 रुपये के करीब पहुंच गयी है. यह कीमत किसानों के घरेलू खर्च को जोरदार झटका दे रही है. डंडखोरा प्रखंड के सिहला गांव के किसान हाड़ कंपकपाने वाले शीतलहर के बावजूद पूरे परिवार के साथ सरसों ( Mustard Crop ) की खेती कर रहे हैं.