कटिहार:बिहार विधानसभा चुनाव की तिथि को लेकर कभी भी चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान कर सकता है. लेकिन इससे पूर्व क्षेत्र के विधायक पिछले 5 साल के दौरान काम का दावा कर रहे हैं. लेकिन जिले के बरारी विधानसभा क्षेत्र के आज भी कई ऐसे इलाके हैं, जहां करीब 20 साल से कोई काम नहीं किया गया है.
मूलभूत सुविधाओं का अभाव
इस इलाके की सबसे बड़ी समस्या कटाव है. जिससे हजारों परिवार विस्थापित हो गए हैं और बांध के किनारे या नहर के किनारे शरण लेने को मजबूर हैं. लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधियों ने उनके स्थाई समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए है. बरारी प्रखंड के बरेटा गांव में करीब 400 विस्थापित परिवार नहर के किनारे पिछले 20 सालों से बसे हुए हैं. लेकिन इस गांव में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है और लोग आज भी झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं.
गांव में नहीं है पक्की सड़क
गांव में जाने के लिए ना कोई पक्की सड़क है और ना ही पीने योग्य शुद्ध पानी है. जैसे-तैसे लोग जीवन यापन करने को मजबूर हैं. हालांकि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इन्हें कुछ उम्मीद जगी है कि वोट मांगने कोई तो नेताजी आएंगे और इनके लिए काम करेंगे. ताकि यह विस्थापित परिवार स्थाई रूप से शरण ले सके.