कटिहार:समान काम, समान वेतन की मांग को लेकर जिले के सभी शिक्षक समाहरणालय के पास बिहार राज्य शिक्षक समन्वय संघर्ष समिति के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. शिक्षकों की हड़ताल के चलते पूरे जिले के सरकारी स्कूलों में पठन-पाठन ठप है. वहीं, इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन कार्य भी शिक्षकों के बहिष्कार की वजह से प्रभावित हुआ है.
87 शिक्षकों के खिलाफ पत्र जारी
जिला शिक्षा अधिकारी ने मूल्यांकन में योगदान नहीं देने वाले 87 शिक्षकों के खिलाफ पत्र जारी करते हुए स्थानीय नियोजन इकाइयों को कार्रवाई का निर्देश दिया है. जिसके बाद हड़ताल पर डटे शिक्षक आक्रोशित हो गए हैं.
'किसी की कार्रवाई से डरने वाले नहीं है हम'
जिला शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष तमिजुद्दीन ने कहा कि जिला प्रशासन कार्रवाई करने वाला होता कौन हैं, नियोजित शिक्षक नियोजन इकाइयों के अधिकार क्षेत्र में आते हैं. जहां तक कार्रवाई का सवाल है तो अदालत में सबको जबाब देना होगा. कार्रवाई करने वाले बाबुओं की नौकरी जाएगी. वहीं, शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के जिलाध्यक्ष कुमार शेखर ने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन को जो कार्रवाई करनी हो करे, हम किसी कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि इस बार लड़ाई आर-पार की होगी.
विभाग ने कार्रवाई की तेज
बता दें कि इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शहर के डीएस कॉलेज और गांधी उच्चतर हाई स्कूल में चल रहा है. 9 मार्च तक कुल 1,13,452 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाना है. लेकिन, शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन पर असर पड़ रहा है. जिसे लेकर विभाग ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है.