कटिहारः बिहार के कई जेल अपराधियों के लिए सुरक्षित स्थान बन गई है. यहां से बैठकर कई वारदात को अंजाम दिया जाता है. जेल के बाहर घूम रहे कुख्यात सरगनाओं के गुर्गे अपने बॉस के आदेश पर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं. जेलों में जैमर लगे होने के बाबजूद अपराधी मोबाइल फोन के जरिए काम करवाते हैं. कटिहार पुलिस ने जेल कनेक्शन से जुड़े ऐसे ही एक मामले का खुलासा किया है.
बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा- जेल से मिले आदेश पर वारदात को अंजाम देते हैं गुर्गे
कटिहार पुलिस के जरिए लूट की एक घटना का खुलासा किया गया. जिसमें ये बात खुलकर सामने आई कि जेल के अंदर से अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है.
लूट मामले का खुलासा
दरअसल, पूरी घटना बीते बीस मई की है. यहां नगर थाना क्षेत्र के शिव मंदिर चौक के पास चावल व्यवसायी से दिनदहाड़े बदमाशों ने बारह लाख रुपए लूट लिये थे. पुलिस ने आनन-फानन में कई जगहों पर छापेमारी की वाहन चेकिंग किया. लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. उसके बाद पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के निर्देश पर एसडीपीओ अनिल कुमार के नेतृत्व में सात अधिकारियों की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनी. जिसे यह निर्देश दिया गया जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा किया जाये.
जेल से कैदी करवाते हैं अपराध
उस टीम ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपी दिलीप साहनी और राजा कुमार साह को गिरफ्तार किया. जिनके पास से 53890 रुपये नगद बरामद हुए. कटिहार सदर एसडीपीओ अनिल कुमार ने बताया कि सारा मामला कटिहार मंडल कारा से जुड़ा है. जहां बन्द एक अपराधी फोन से वारदात को संचालित कर रहा था. उसी के आदमियों ने लूट की इस घटना को अंजाम दिया था. अब सवाल ये उठता है कि आखिर जेलों में जैमर लगे होने के बावजूद ये कैदी कैसे बखूबी वारदात को अपने गुर्गों के जरिये अंजाम दे सकता है.