कटिहारः नागालैंड के दीमापुर सड़क हादसा में (Road Accident In Nagaland) बिहार के कटिहार जिले के कोढ़ा प्रखण्ड के 4 मजदूरों की दर्दनाक मौत (Katihars 4 Labours Died) हो गई है. इस हादसे में दो अन्य लोग भी बुरी तरह जख्मी हैं, जो दीमापुर जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार ने कटिहार जिले के मारे गये चारों मजदूरों के मौत पर दुख प्रकट (CM Nitish Kumar Expressed Grief On Labours Death) किया है. मुख्यमंत्री राहत कोष से सभी मृतकों के आश्रितों को 02-02 लाख रुपया अनुग्रह अनुदान देने की घोषणा की है. साथ ही सभी मृतकों के शवों को उनके घरों तक पहुंचाने का आदेश दिल्ली के स्थानिक आयुक्त को दिया है.
पढ़ें-सिकंदराबाद में 11 बिहार के मजदूरों की मौत पर CM नीतीश ने जताया दुख, 2-2 लाख रुपये मुआवजे का किया ऐलान
"कटिहार जिले के कोढ़ा प्रखण्ड के रहनेवाले 4 मजदूरों की नागालैंड के दीमापुर में सड़क हादसे में हुई मौत पर मर्माहत हैं. यह घटना काफी दुखद है. मृत मजदूरों के शोक संतप्त परिवारों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं. घटना में बिहार के मृत चार मजदूरों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 02-02 लाख रुपया अनुग्रह अनुदान दिया है. दिल्ली में बिहार के स्थानिक आयुक्त को मृत मजदूरों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव पहुंचाने के लिये सभी समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.''-नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री बिहार
कटिहार से रोजगार की तलाश में गये थे नागालैंडः बताया जाता है कि कटिहार से छह लोग रोजगार की तलाश में नागालैंड के दीमापुर गए थे. दीमापुर पहुंचने के बाद सभी लोगों एक मैजिक गाड़ी पर सवार होकर कंट्रक्शन साइट पर जा रहे थे कि इसी दौरान मैजिक गाड़ी और तेल से भरे टैंकर में आमने-सामने भिड़ंत हो गयी. भिड़ंत में कटिहार के कोढ़ा थाना क्षेत्र (Kodha Police Station) के रज्जिगंज इलाके (Rajjiganj Village) चार लोगों की मौत और 2 गंभीर रूप से घायल हैं. मृतकों में रघुवंश महतो, पंकज कुमार, संजय कुमार और शिवनंदन कुमार शामिला हैं. वहीं राजीव कुमार और अभिनंदन कुमार बुरी तरह जख्मी हैं.
मृतकों के मोहल्लों में नहीं जले चूल्हेःमृतकों के गांव रज्जिगंज में हादसे की खबर मिलते ही मातमी सन्नाटा पसर गया और परिजनों की चीख पुकार मची हुई है. मृतकों के मोहल्लों में लोगों के घरों में चूल्हे नहीं जले. परिजन रामेश्वर बताते हैं कि घर में कमाने वाला कोई नहीं बचा है. स्थानीय लोगों ने सरकार से पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने की किया मांग की है. वहीं रामपुर के मुखिया निर्मल हेम्ब्रम ने बताया हादसे की खबर दुखद है. सरकार मृतकों के परिजनों को रोजगार और आर्थिक मदद मुहैया कराये.
पढ़ें-मुजफ्फरपुर बॉयलर विस्फोट: नरकटियागंज के 2 मजदूरों की हुई मौत, परिजनों ने भरण-पोषण के लिए मांगा मुआवजा