कटिहार: कटिहार के मनरेगा सोशल पार्क पर चमगादड़ों का कब्जा हो गया है. चमगादड़ रात के अंधेरे में स्थानीय खेत-खलिहानों और फलों के बागानों पर हमला कर उसे बर्बाद कर डालते हैं. स्थानीय ग्रामीण फसलों की सुरक्षा के साथ अनहोनी की आशंका से गुजर रहे हैं. क्योंकि उन्हें यह खौफ है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी, दुनिया में चमगादड़ों से फैली है.
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2013 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी इसकी शुरुआत
कटिहार के कोढ़ा प्रखंड इलाके के मनरेगा सोशल पार्क की शुरुआत 13 जून 2013 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी. यह जिले का इकलौता सोशल पार्क है, जो लाखों की लागत से शुरू किया गया था. जिसका मकसद था कि जिले के लोग चन्द पलों के लिए यहां पहुंचें और हरे-भरे पार्क का सपरिवार आनन्द उठाएं. लेकिन इसकी भी हालत दयनीय होती चली गयी.
लापरवाही से हुआ बर्बाद
चंद दिनों के बाद यह योजना भी दूसरे अन्य सरकारी योजनाओं की तरह सरकारी लापरवाही की भेंट चढ़ गयी. यहां उद्घाटन के सरकारी फीते कटने के बाद आज तक लोगों ने अपने कदम नहीं रखे. इसका नतीजा यह हुआ कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पर चमगादड़ों का कब्जा हो गया. यहां के हरे-भरे पेड़ों पर हजारों चमगादड़ों ने अपना बसेरा बना लिया. अब यह चमगादड़ लोगों के लिये परेशानी का सबब बन बैठा है. रात के अंधेरों में चमगादड़ों की फौज स्थानीय गांवों में निकलती है. फसलों के साथ-साथ आम-लीची जैसे फसलों के मंजरों को चट कर जाते हैं.
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