कटिहार: प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार फैलता ही जा रहा है. इसको लेकर बिहार सरकार ने सभी ग्राम पंचायतों में सैनेटाइजर और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने का निर्देश दिया था. इसको लेकर कटिहार के कई प्रखंडों में छिड़काव भी शुरू हुआ. लेकिन जिले के बलरामपुर प्रखंड क्षेत्र में मजदूर बगैर सेफ्टी ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव कर रहे थे. इस वजह से लगभग आधा दर्जन से अधिक मजदूरों को इंफेक्शन हुआ है. मामला सामने आने पर सभी मजदूरों का इलाज किया गया.
दरअसल, मामला जिले के बलरामपुर प्रखंड के शाहपुर पंचायत और कमडा पंचायत का है. यहां गांव में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने के दौरान कई मजदूरों के शरीर पर केमिकल गिरने से उनके शरीर पर रिएक्शन हो गया. जिस वजह से वे घायल हो गए. बताया जा रहा है मजदूरों को किसी भी तरह का कोई सेफ्टी किट नहीं दिया गया था.
'हमें नहीं थी केमिकल की जानकारी'
घायल मजदूरों ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी कि केमिकल का प्रयोग कितना किया जाना है. जरूरत से ज्यादा केमिकल का प्रयोग करने से कुछ केमिकल शरीर पर गिर गया. जिस कारण रिएक्शन हो गया है. हमारे शरीर पर कई जगह जख्म के हो गए हैं. वहीं, स्थानीय लोगों ने मुखिया और स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इन गरीब मजदूरों पर की गई लापरवाही का मुआवजा देनी चाहिए.
प्रयोग के बारे में नहीं दी गई थी जानकारी- मुखिया
इसको लेकर स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि ने बताया ब्लॉक में हमें पंचायत के गांवों में छिड़काव के लिए ब्लीचिंग पाउडर दिया गया था. लेकिन उसका प्रयोग कितना और कैसे किया जाना था. उसके बारे में जानकारी नहीं दी गई थी. हम लोगों ने ब्लीचिंग पाउडर को सभी वार्ड सदस्यों को दे दिया. उन्होंने ही ब्लीचिंग का छिड़काव हर एक वार्ड में कराया है. बिल्चिंग पाउडर केमिकल के कारण कई मजदूर घायल हो गए. फिलहाल मजदूरों का इलाज स्थानीय अस्पताल में करा दिया गया है. चिंता की कोई बात नहीं है.