कटिहार: महाराष्ट्र के पुणे में हुए हादसे में कटिहार के 15 मजदूरों की मौत हो गई है. मृतक मजदूर जिले के बलरामपुर प्रखंड के बघार गांव के थे. वहीं, इनकी मौत की सूचना मिलते ही गांव भर में मातमी चीखें गूंज उठीं. मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इन मजदूरों में कई के परिवार ऐसे हैं, जो मृतकों पर ही आश्रित थे. उनका सब कुछ खत्म हो गया है.
पेट की आग बुझाने और परिवार का भरण पोषण करने महाराष्ट्र गए मजदूरों की मौत की खबर आते ही परिजन बदहवास हो गए हैं. वहीं, इस पूरी घटना के बाद कुछ स्थानीय अधिकारी मृतकों के घर पहुंचे और सांत्वना देते हुए मुआवजा देने की बात कर चलते बने. लेकिन अभी तक परिजनों को कोई सहायता राशि नहीं मिली है, ताकि वो महाराष्ट्र जा सकें.
गम ही गम...
ईटीवी भारत के संवाददाता जैसे ही मृतकों के गांव पहुंचे, पूरा नजारा देखकर वो भी आहत हो उठे. दरअसल, यहां एक मां अपने बेटे की तस्वीर लिए रोते-रोते गश खाकर गिर पड़ी. वहीं, एक परिवार ऐसा भी था जिसके घर में दो बूढ़े मां-बाप ही बचे हैं और इस अनहोनी ने उनका सबकुछ छीन लिया है. गांव में एक ओर जहां महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, दूसरी ओर बूढ़ा बाप छाती पीट-पीटकर रो रहा है.
'पुणे ने छीना इकलौता बचा चिराग'
इस दर्दनाक घटना में गांव के दीपरंजन उसकी पत्नी और दो बच्चों की मौत हो गई. उनके बूढ़े मां बाप ने बताया कि कुछ साल पहले उनका छोटा बेटा भी पुणे में ही एक हादसे का शिकार हो गया था. अब घर में बूढ़े दंपति के अलावा कोई नहीं बचा है.
इकलौते पुत्र को खोने के बाद बदहवास मां 'तीन दिन पहले ही पुणे गया था लाल'
वहीं, एक ऐसा भी परिवार है, जिसका बेटा आलोक शर्मा मंगलवार को ही पुणे पहुंचा था और हादसे का शिकार हो गया. आलोक शर्मा का एक डेढ़ वर्षीय पुत्र भी है. पूणे हादसे में ऐसे और भी कई परिवार हैं, जिनका लाल अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए पुणे गया था और हादसे का शिकार हो गया.
सीएम नीतीश ने किया है सहायता राशि का ऐलान
सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहां मृतक के परिजनों को 2-2 लाख रुपया, वहीं घायलों को 50 हजार रुपये देने का घोषणा की है. वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने पुणे हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. महाराष्ट्र सरकार ने नेशनल डिजास्टर रिलीफ फंड के तहत प्रत्येक पीड़ित को 5 लाख रुपये देने की घोषणा की है. इसके अलावा सीएम रिलीफ फंड के तहत भी पीड़ितों को आर्थिक मदद दी जाएगी. महाराष्ट्र सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है. ये कमेटी 7 दिन में रिपोर्ट देगी.
हादसे में जान गंवाने वालों के नाम इस प्रकार हैं:-
- आलोक शर्मा (28 वर्ष)
- मोहन शर्मा (20 वर्ष)
- अजय शर्मा (19 वर्ष)
- अभंग शर्मा (19 वर्ष)
- रवि शर्मा (19 वर्ष)
- लक्ष्मीकांत सहानी (33 वर्ष)
- अवधेत सिंह (32 वर्ष)
- सुनील सींग (35 वर्ष)
- ओवी दास (6 वर्ष)
- सोनाली दास (2 वर्ष)
- विमा दास (28 वर्ष)
- संगीता देवी (26 वर्ष).