कैमूर: दिल्ली-कोलकाता एनएच-2 पर पिछले 14 दिनों से आवागमन पूरी तरह से ठप है. यूपी बिहार बॉर्डर पर यूपी के चंदौली जिला अंतर्गत कर्मनाशा नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त होने की वजह से एनएच 2 पर परिचालन को पूरी तरह से रोक दिया गया है. 10 दिनों के अंदर पुल के दोनों तरफ डायवर्जन बनाने का दावा फेल हो चुका है. एनएच-2 पर बना यह पुल पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, झारखंड, बिहार सहित 6 राज्यों को सीधे राजधानी दिल्ली से जोड़ता था.
14 दिनों से जाम में फंसे ट्रक ड्राइवर खाने को तरसे, डीजल बेचकर चला रहे काम - Delhi-Kolkata NH-2
जाम में फंसे ड्राइवरों की जमा पूंजी पूरी तरह खत्म हो गई है. ड्राइवरों की माने तो वो स्थानीय होटलों में डीजल बेचकर अपना गुजर बसर कर रहे हैं. लेकिन ट्रकों के डीजल को कब तक बेचेंगे.
पुल क्षतिग्रस्त होनें के बाद एनएचएआई , डायवर्जन निर्माण कंपनी और स्थानीय प्रशासन ने यह दावा किया था कि 10 दिनों के अंदर डायवर्जन बना आवागमन शुरू कर दिया जाएगा. लेकिन 14 दिनों के बाद सिर्फ 1 तरफ का डायवर्जन ही बनकर तैयार हुआ है, जिसमें अभी भी आवागमन शुरू नहीं किया गया है.
खाने को तरसे ड्राइवर
जाम में फंसे लंबी दूरी के हजारों ट्रक ड्राइवरों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. ट्रक ड्राइवर ने बताया कि मजबूरी में ट्रक के डीजल को 40 रुपये प्रति लीटर बेच कर गुजारा कर रहें हैं. अधिकारियों द्वारा कोई सूचना नहीं मिल रहीं हैं कि परिचालन कब शुरू होगा. वहीं, एक अन्य ड्राइवर की माने, तो ट्रकों में लदा सामान भी चोरी हो रहा है. चोर ट्रकों के डीजल पर भी हाथ साफ कर रहे हैं.
- ऐसे में सवाल ये उठता है कि एनएच 2 पर लगे इस लंबे जाम से कब तक निजात मिल पाएगी. कब तक ये बेबस लाचार ड्राइवर अपने गंतव्य पर पहुंच पाएंगे क्योंकि इनके पास जो जमा पूंजी थी वो अब पूरी तरह खत्म हो गई है.