कैमूर:जिले में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही आए दिन देखने को मिलती है. ताजा मामला भगवानपुर प्रखंड के औसान गांव का है. जहां के आंगनबाड़ी केंद्र को हाईटेक तो बना दिया गया, लेकिन आज तक इसमें पानी जैसी मूलभूत सुविधा मुहैया नहीं कराई जा सकी. आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चे पानी के लिए यहां वहां भटकते हैं.
CM के आगमन को लेकर हुई थी तैयारी
दरअसल, 17 दिसंबर 2019 को सीएम नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली यात्रा के दौरान कैमूर पहुंचे थे. इसे लेकर आंगनबाड़ी केंद्र एक बड़े भवन में शिफ्ट कर उसे पूरी तरह से सजा दिया गया था. 32 साल बाद भगवानपुर स्तिथ औसान गांव के आंगनबाड़ी केंद्र के अपने भवन में बच्चों ने प्रवेश किया था. इस केंद्र में पानी से लेकर शौचालय तक की सभी सुविधाओं को उपलब्ध कराया गया था.
केंद्र में नहीं है पानी की सुविधा
आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के लिए लगाए गए पानी टंकी में आज तक पानी की सुविधा नहीं दी गई. आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका दमयंती देवी ने बताया कि जब से वो इस केंद्र में कार्यरत हैं, तब यह केंद्र किराये के मकान में चलता था. भवन तो था लेकिन वो खंडहर का रूप ले चुका था. सीएम के आगमन से पहले इस केंद्र को हाईटेक बना दिया गया और हर सुविधा भी उपलब्ध कराई गई.
बच्चों को हो रही है परेशानी
आनन-फानन में पानी की टंकी और नल भी लागये गए. लेकिन, दुर्भाग्य की बात ये है कि टंकी में पानी का इंतजाम नहीं किया गया. बिना बोरिंग के ही टंकी और नल लगा दिए गए. आज तक सीएम के वापस लौटने के एक महीने बाद भी यहां बच्चों के लिए पीने का पानी उपलब्ध नहीं है. यही नहीं इस आंगनबाड़ी केंद्र में पहुंचने का न ही उचित रास्ता और न ही अपना शौचालय है.
मामले की होगी जांच
प्रखंड विकास पदाधिकारी मयंक कुमार सिंह के अनुसार उन्हें इसकी सूचना नहीं मिली है कि केंद्र पर बिना बोरिंग के पानी टंकी और नल लगा दिए गए हैं. जांच के बाद यदि ऐसा कुछ पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी.