कैमूर: सरकार महिलाओं को आरक्षण देने के साथ-साथ रोजगार मुहैया कराने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है. वहीं, कैमूर के कुदरा में समेकित बाल विकास परियोजना द्वारा सेविका सहायिका का चयन के साथ-साथ नियुक्ति पत्र भी दिया गया, लेकिन ट्रेंनिग किसी को नही मिली. ट्रेनिंग के नाम पर मोटी रकम मांगी जा रही है.
कैमूर: सेविका-सहायिका से ट्रेनिंग के नाम पर पैसों की मांग, अभ्यर्थियों ने लगाई मदद की गुहार
कैमूर में सेविका-सहायिका से ट्रेनिंग के नाम पर रुपये मांगे जा रहे हैं. इसको लेकर अभ्यर्थी के परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं.
'जांच के बाद कार्रवाई'
इस मामले को लेकर डीपीओ सविता कुमारी ने बताया कि यदि ऐसा मामला है तो जांच करवाकर संबंधित कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी. मामला 2016 में कुदरा समेकित बाल विकास परियोजना में रिक्त स्थानों पर सेविका सहायिका का चयन का था. विभागीय आदेश के तहत सारा कार्य हुआ. हर पंचायत में आम सभा कर आवेदन लिया गया फिर वरियता के आधार पर आवेदकों को चयन किया गया.
अभ्यर्थी के परिजन लगा रहे गुहार
चयन अभ्यर्थियों को नियुक्ती पत्र भी दिया गया, लेकिन प्रशिक्षण के समय कुदरा सीडीपीओ कार्यालय के कर्मी द्वारा पैसे की मांग कि गई, जिसके बाद अभ्यर्थी द्वारा पैसे देने से इंकार किया तो 11 सेविका और 11 सहायिका के नियुक्ती को ही रद्द कर दिया गया. अब एक साल से अभ्यर्थियों के परिजन प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक गुहार लगा रहे हैं.