कैमूर(भभुआ):कैमूर (Kaimur) जिले के अलग-अलग क्षेत्रों केग्रामीण चिकित्सकअपनी मांगों को लेकर सीएस कार्यालय गुहार लेकर पहुंचे थे. ग्रामीण चिकित्सकों ने सीएस कार्यालय पहुंचकर अपनी नियुक्ति के लिए प्रभारी सीएस डॉ. मीना कुमारी से मुलाकात की. ग्रामीण चिकित्सकों का कहना है कि अभी तक जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रशिक्षण नहीं कराया गया है.
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'राज्य सरकार के निर्देश पर पूरे बिहार में 15 हजार ग्रामीण चिकित्सक टेंट लगाया गया था. जिसमें सभी लोगों को ट्रेंड कराया गया था और जिसका सर्टिफिकेट भी दिया गया था. इसके बाद सरकार के द्वारा आदेश दिया गया कि ग्रामीण चिकित्सकों को कहीं ना कहीं प्रशिक्षित किया जाए'.- ग्रामीण चिकित्सक
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क्या कहते हैं ग्रामीण चिकित्सक
ग्रामीण चिकित्सकों का कहना है कि पहले कहा गया था कि ग्रामीण चिकित्सकों की यक्ष्मा केंद्र (Tuberculosis Center) में नियुक्ति होगी. उसके बाद कोरोना काल को देखते हुए कहा गया कि इन सब को ग्रामीण क्षेत्रों में लगाया जाए, लेकिन हमारे जिले में ऐसा नहीं हुआ है.
इसी को लेकर सीएस से मिलने आये थे. सीएस की ओर से बताया गया कि अभी विभाग से कोई आदेश नहीं आया है. इसलिये अभी आप लोगों की जरूरत नहीं है. जरुरत होने पर बुला लिया जायेगा.
क्या कहना हैं प्रभारी सिविल सर्जन का
सरकार के द्वारा आदेश दिया गया था कि ग्रामीण क्षेत्रों के चिकित्सकों को कार्य दिया जाय और हर एक पेसेंट पर ग्रामीण चिकित्सकों को दो सौ रुपये दिया जाएं, लेकिन इसका सही से विवरण उसमें नहीं दिया गया था. इसको लेकर मैंने पहले भी पटना विभाग के डायरेक्टर को पत्र लिखा था. अभी तक कुछ जवाब नहीं आया है.