कैमूर: प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण को लेकर हर तरफ जागरुकता अभियान चलाये जा रहे हैं. सभी लोगों से पेड़ लगाने और पेड़ बचाने की अपील की जा रही है. लेकिन अभी भी कई लोग पेड़ों को काटने में लगे हुए हैं. ऐसा ही मामला जिले के दुर्गावती प्रखंड के करणपुरा में देखने को मिला. जहां हरे पेड़ की कटाई कर रहे 5 लोगों को मोहनिया एसडीएम ने हिरासत में ले लिया. पेड़ की कटाई मे इस्तेमाल हथियार को भी जब्त कर लिया गया. वहीं एसडीएम ने हिरासत में लिए सभी लोगों को पुलिस के हवाले कर दिया.
कैमूर: हरा पेड़ काटते हुए 5 गिरफ्तार, 'वन अधिनियम के तहत होगी कार्रवाई'
पेड़ काटने वालों को एसडीएम ने हिरासत में ले लिया. उन्होंने सीओ को जांच का आदेश दिया है. जांच के बाद वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.
पेड़ों को लेकर जिला प्रशासन गंभीर
जिला प्रशासन पेड़ों को लेकर गंभीर है. मोहनिया एसडीएम शिव कुमार राउत ने बताया कि सूचना मिली थी कि कर्णपुरा इंटर स्तरीय विद्यालय के पीछे हरे पेड़ों को बगैर अनुमति लिए काटा जा रहा है. ऐसे में जब मैं दुर्गावती सीओ के साथ वहां पहुंचा तो देखा कि तीन पेड़ काटकर गिरा दिए गए हैं. चौथे को काटा जा रहा था. उन्होंने कहा कि सीओ को जांच का आदेश दिया गया है. जांच के बाद वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.
पेड़ों को बचाना सबकी जिम्मेदारी
वृक्ष है तो जीवन है. पेड़ों को लगाना और इन्हें बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है. भारत में पेड़ों को बचाने का इतिहास पुराना रहा है. 1974 में पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए उत्तराखंड चमोली जिले के जंगलों में शांत और अहिंसक विरोध प्रदर्शन किया गया था. जिसमें महिलाएं वृक्षों से चिपककर खड़ी हो गई थीं. इस आंदोलन को चिपको आंदोलन कहा गया था.