बिहार

bihar

ETV Bharat / state

कैमूरः किसानों के बीच बांटा गया धान का बीज, DM बोले- नहीं होगी कालाबाजारी - Action on black marketing of fertilizer

डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि धान के बीज के साथ खाद भी भरपूर मात्रा में स्टोक किया गया है. डीएपी-1150 रुपये और यूरीया-263 रुपये बोरी दिया जाएगा. कालाबाजारी होने पर सख्त कार्रवाई होगी.

डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी
डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी

By

Published : Jun 23, 2020, 12:58 PM IST

कैमूर : धान का कटोरा कहे जाने वाले कैमूर जिले में किसानों के बीच 1025.50 क्विंटल धान के बीज का वितरण किया जा चुका है. जिले में बीज वितरण का लक्ष्य 1608.90 क्विंटल है, अब तक 1244.57 क्विंटल बीज सरकार से मिल चुका है.

सरकार से प्राप्त बीज का लगभग 80 प्रतिशत बीज का वितरण किया जा चुका है. इस बार सभी बीज पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी भी कृषि विभाग के जरिए किसानों को उपलब्ध कराई जा रही है.

'किसानों के लिए बीज आसानी से उपलब्ध'
डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने बताया कि खरीफ फसलों के लिए समुचित स्तर पर बीज की उपलब्धता हो इसके लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. किसानों के लिए बीज आसानी से उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि विभाग के साइट पर पहचान पत्र और जमीन के कागज को ऑनलाइन जमाकर रेजिस्ट्रेशन कराना होगा. रजिस्ट्रेशन के बाद जिलें में सात स्टॉकिस्ट है, जिन्हें बीज आवंटित किया जाएगा और फिर बीज आसानी से किसानों तक पहुंच जाएगा.

जानकारी देते डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी

बीज पर मिलेगा 50 प्रतिशत अनुदान
सरकारी बीज प्रमाणित का दर 3900 रुपये प्रति क्विंटल और आधार का 4100 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है. निर्धारित मूल्य पर 50 प्रतिशत अनुदान भी दिया जा रहा है. डीएम ने धान बीज के साथ खाद के बारे में बी जानकारी देते हुए बताया कि खाद भरपूर मात्रा में स्टोक किया गया है. डीएपी-1150 रुपये और यूरीया-263 रुपये बोरी दिया जाएगा.

ये भी पढ़ेंःगया: कोरोना ने रोकी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा, 84 साल साल बाद थमें रहेंगे पहिए

कालाबाजारी होने पर होगी सख्त कार्रवाई
डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने बताया कि खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी और एसडीएम को आदेश जारी कर दिया गया है. कालाबाजारी से संबंधित अगर कहीं कोई सूचना मिलती है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी. कालाबाजारी होने पर किसान भी कृषि विभाग और आपद विभाग के नियंत्रण कक्ष में शिकायत कर सकते है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details