कैमूर: बिहार के कैमूर में लेडी कॉन्स्टेबल द्वारा बुजुर्ग टीचर को बेरहमी से पीटे जाने के मामले में NHRC ने संज्ञान लिया है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में बिहार सरकार को नोटिस जारी किया है. बता दें कि जिस बुजुर्ग व्यक्ति की बेरहमी से पिटाई हो रही थी उनका नाम नवल किशोर पांडे (70 साल) है, वो एक प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं.
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साइकिल हटाने में हुई देरी तो बेरहमी से पीटा: दोनों महिला सिपाही भभुआ थाने की तरफ से ट्रैफिक कंट्रोल के लिए तैनात थीं. उन्होंने बुजुर्ग के पास जाकर जल्दी से साइकिल हटाने को कहा. इस दौरान उन्हें साइकिल हटाने में काफी वक्त लग गया. इसबात से दोनों कॉन्स्टेबल का पारा हाई हो गया. दोनों ने ताबड़तोड़ उनपर डंडे बरसाए. किसी राहगीर ने ये वीडियो बना लिया और वायरल हो गया.
दोनों महिला कॉन्स्टेबल पर कार्रवाई: हालांकि की इस मामले में बिहार पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों महिला पुलिस की सिपाही को तीन महीने तक कार्यमुक्त कर दिया गया है. दरअसल, वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस महकमा भी हरकत में आ गया. यह वीडियो वायरल होते होते एसपी ललित मोहन शर्मा (Kaimur SP Lalit Mohan Sharma) के पास पहुंच गई. उन्होंने इस वीडियो को देखते ही दोनों महिला सिपाहियों की हरकत को पुलिस की छवि धूमिल करने वाला बताया और दोनों पर कार्रवाई करते हुए तीन महीने के लिए कार्यमुक्त कर दिया.
दो महीने के अंदर एनएचआरसी का दूसरा नोटिस: अब इस मामले में बिहार सरकार भी घिर गई है. एनएचआरसी ने बिहार में दूसरी बार मामले को संज्ञान में लिया है. इससे पहले छपरा जहरीली शराब कांड की जांच के लिए भी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जांच टीम बनाकर बिहार का दौरा किया था.