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Published : Dec 23, 2022, 11:04 PM IST

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कैमूर में बंदरों का आतंक: भोजन लेकर भाग जा रहे

कैमूर के रमौली गांव में बंदरों के (Kaimur's Ramauli village mischief of monkeys) आतंक से लोग परेशान हैं. गांव के लोग काफी समय से बंदरों को भगाने में जुटे हुए हैं. ग्रामीण पहरेदारी में भोजन करना पड़ता है. बंदर भोजन को लेकर भाग जा रहे हैं. ग्रामीणों की परेशानी पर वन विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. पढ़ें पूरी खबर...

कैमूर में बंदर से लोग परेशान
कैमूर में बंदर से लोग परेशान

कैमूर :बिहार के कैमूर के रमौली गांव (Villagers troubled by the menace of monkeys) में बंदरों ने बवाल मचा कर रखा है. दर्जन भर बंदरों ने गांव में आशियाना बना लिया है. जिससे गांव वालों को काफी परेशानी हो रही है. गांव के पास पहाड़ी है जिसके कारण बंदर गांव में रहते हैं. गांव के लोग काफी समय से बंदरों को भगाने में जुटे हुए हैं. जब आंगन में खाना बना कर रखा जाता है, तो उसे बर्बाद कर देते हैं.लोग पहरेदारी में खाना खाने को मजबूर हैं.

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वन विभाग नहीं दे रहा ध्यान:ग्रामीणों को पहरेदारी में भोजन करना पड़ता है. बंदर भोजन को लूटकर ले जाते हैं. रमौली गांव कैमूर पहाड़ी से सटे होने के कारण जब जंगलों में खाने की कमी होती है, तो बंदर गांव की ओर प्रस्थान करते है. गांव में उन्हें आसानी से खाना और पानी मिल जाता है. जिससे बंदर गांव में रहना पसंद करते है. ग्रामीणों की परेशानी पर वन विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.



चावल, गेंहू को आंगन में सुखाना बंद :गांव में बंदरों का आतंक के कारण महिलाएं चावल, गेंहू को आंगन में सुखाना बंद कर दी है. काफी सुरक्षा के बाद चावल गेंहू सुखाया जाता है. गांव वाले जब स्नान कर कपड़े सुखाने के लिए डालते है तो उसे नोंच कर फाड़ देते है. कभी कभी बच्चों को काट लेते है तो कभी तोड़फोड़ भी करते है.गांव वाले जब अपने खेतों में सब्जियां बोते है तो उसे भी नष्ट कर देते है.



"बंदर खेत में फसलों के साथ साग सब्जियों को भी नष्ट कर देते है.कपड़े फाड़ देते है. बना हुआ खाना को भी नुकसान कर दे रहे हैं. बच्चों को काट कर घायल कर दे रहा है. इनकी निगरानी के लिए घर छोड़ कर हमलोग बाहर नहीं जाते की कब क्या कर देंगे पता नहीं.कई बार वन विभाग को सूचना दी गई पर कोई सुनवाई नहीं होती. भय कर माहौल में जीने को मजबूर है."-आशुतोष पांडेय, ग्रामीण


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