कैमूर: बिहार में कोरोना लगातार तेजी से बढ़ रहा है. संक्रमितों का आंकड़ा 11 हजार पार हो चुका है, जबकि 87 लोगों की मौत भी हो चुकी है. कैमूर जिले की अगर बात की जाए तो कोरोना ने न सिर्फ डबल सेंचुरी लगा दिया है. बल्कि कोरोना से एक महिला की मौत भी हो चुकी है. बावजूद इस महामारी काल में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए नेताओं द्वारा जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया गया है.
सरकारी गाइडलाइन का हो रहा उल्लंघन
सरकारी गाइडलाइन के अनुसार मास्क लगाना अनिवार्य है, लेकिन चुनावी रोटी सेकने के चक्कर में न सिर्फ सत्ताधारी पार्टियां बल्कि विपक्ष भी नियमों की धज्जियां उड़ाकर प्रचार-प्रसार के तहत गांव-गांव में जनसंपर्क अभियान शुरू कर दी गई है.
जन चौपाल में उड़ी सोशल डिस्टेंस की धज्जियां
रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक अशोक कुमार सिंह ने अपने क्षेत्र के नुआंव प्रखंड अंतर्गत गोड्सरा गांव के महादलित बस्ती में न सिर्फ चौपाल लगाया बल्कि 20 युवाओं को भाजपा की सदस्यता भी ग्रहण कराया. इस दौरान सत्ता के नशे में नेताजी शायद यह भूल गए कि मास्क लगाना अनिवार्य है. नेताजी के इस चौपाल में न तो किसी ने मास्क लगाया था. न ही सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन किया गया. ऐसे में जब सत्ताधारी पार्टी के विधायकों द्वारा ही, जब नियमों का उल्लंघन किया जाएगा तो दूसरों की बात करना बेकार है.