कैमूर:इन दिनों देश कोरोना संकट से गुजर रहा है. केंद्र और राज्य सरकारें इससे निपटने के लिए कई कड़े फैसले ले रही हैं. इसी क्रम में जिले में लॉकडाउन को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए जिले के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बुधवार एक अप्रैल की सुबह से 6 बजे से जिले की सीमा को सील करने का निर्णय लिया है. इसको लेकर उन्होंने बताया कि जिले में अभी तक दूसरे राज्यों से आनेवाले करीब 8 हजार लोगों को 70 बसों से उनके गंतव्य स्थान तक भेजा जा चुका है.
कैमूर: 1 अप्रैल से जिले की सीमा पूरी तरह से होगी सील, बेसहारों के लिए बनाए गए 7 राहत कैंप - क्वरंटाइन सेंटर
कैमूर जिले में लॉकडाउन का शत प्रतिशत पालन के लिए डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बुधवार से जिले की सीमा को सील करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि कल से जिले की सीमा पर आनेवाले लोगों को 14 अप्रैल तक क्वरंटाइन सेंटर में रखा जाएगा.
'लोगों को क्वरंटाइन सेंटर में रखा जाएगा'
डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि बुधवार से दूसरे प्रदेश से आनेवाले सभी लोगों को क्वरंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. इसके लिए जिले के विभिन्न जगहों पर 7 राहत कैंप बनाए गए हैं. लोगों को इन राहत केंद्र में रहने के साथ-साथ मुफ्त में भोजन और मेडिकल सुविधाएं दी जाएगी. इसके साथ ही कैंप में लोगों के मनोरंजन के साघन भी उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने बताया की राहत कैंप में ठहरे हुए लोगों की सेहत जांच के लिए कई डॉक्टरों की टीम को लगाया गया है. सभी लोगों को लॉकडाउन जारी रहने तक इन्हीं कैंपों में रखा जाएगा.
'मदद से पहले जिला प्रशासन से लेनी होगी आदेश'
डीएम ने बताया कि जिले की सीमा पर बड़ी तादाद में लोग आ रहे है. कई सामाजिक संगठन बेसहारों की मदद के लिए अपनी हाथ बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मदद एक अच्छी पहल है. लेकिन मदद के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जाता है. जिस वजह से संक्रमण का खतरा रहता है. इसलिए बुधवार से किसी भी सामाजिक संगठन को बेसहारों की मदद करने से पहले जिला प्रशासन से आदेश लेनी पड़ेगी. डीएम ने सख्त आदेश जारी करते हुए कहा कि जिले में अगर एक भी व्यक्ति लॉकडाउन का उल्लंधन करता हुआ पाया जाएगा. तो ऐसे लोगों पर सरकार के दिशा-निर्देशानुसार एफआईआर भी दर्ज किया जाएगा.