कैमूर (भभुआ):हेलमेट मैन के नाम से प्रसिद्ध राघवेंद्र कुमार ने विश्व पर्यावरण दिवस (world environment day) के मौके पर अनोखे तरीके से लोगों के बीच हेलमेट बांटा और उनसे पर्यावरण बचाने की अपील की. इसके लिए राघवेंद्र ने शनिवार को कलानी में सड़क किनारे स्थित एक पेड़ से दर्जनों हेलमेट टांग दिए. उन्होंने गांव के लोगों से कहा कि जिसे हेलमेट लेना है वह पहले एक किताब पेड़ की जड़ के पास रखे. पेड़ की जड़ के पास पुस्तक रखकर हेलमेट लेने के लिए लोगों की कतार लग गई.
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राघवेंद्र कुमार ने कहा, "प्रतिवर्ष करोड़ों बच्चों तक पुस्तक पहुंचाने के लिए लाखों पेड़ काट दिए जाते हैं. पुस्तक सिलेबस चेंज होने की वजह से दूसरे बच्चों के काम नहीं आते. फिर से पेड़ काटकर पुस्तक छापना पड़ता है. आजादी के 74 साल बाद भी आज हमारा देश 100 प्रतिशत साक्षर नहीं है. आज भी 30 प्रतिशत बच्चे शिक्षा नहीं ले पाते हैं. वे पर्यावरण के बारे में नहीं समझ पाते हैं. यह हमारे देश का दुर्भाग्य है."
पर्यावरण संरक्षण के लिए शिक्षा जरूरी
राघवेंद्र ने कहा, "कोरोना महामारी के बीच सरकार की पहली प्राथमिकता हर इंसान को टीका देना और महामारी को फैलने से रोकना है. इस आपदा ने हमें यह बताया है कि एक संक्रमित व्यक्ति कितनों को संक्रमित कर सकता है, इसकी कोई सीमा नहीं. ठीक इसी तरह हमारे समाज में बिना पढ़ा लिखा व्यक्ति पर्यावरण को नहीं समझता."
किताब के अभाव में नहीं पढ़ पा रहे बच्चे
"लॉकडाउन की वजह से बच्चे पुस्तक के अभाव में पढ़ नहीं पा रहे हैं. इसलिए जो पढ़े लिखे लोग हैं अगर जरूरतमंद बच्चों के घर पुस्तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे तो किसी भी बच्चे की शिक्षा अधूरी नहीं रहेगी. उन बच्चों के अंदर भी देश के प्रति जिम्मेदारी के साथ पर्यावरण के प्रति भी जागरूकता बढ़ेगी. इसलिए प्रकृति के हर चुनौतियों से लड़ने के लिए हर बच्चे को साक्षर होना भविष्य के लिए जरूरी है."- राघवेंद्र कुमार, हेलमेट मैन
बच्चों ने पोस्टर के माध्यम से की अपील
पर्यावरण दिवस के अवसर पर छोटे बच्चों ने पोस्टर के माध्यम से लोगों से पेड़ लगाने की अपील की. इसके साथ ही अपनी पुस्तक देकर पड़ोस के बच्चों को पर्यावरण के प्रति शिक्षित करने का संकल्प लिया. गौरतलब है कि राघवेंद्र कुमार ने 7 साल में 49 हजार हेलमेट बांटा है. इसके साथ ही वह जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त में पुस्तकें देते हैं ताकि वे पढ़ सकें.
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