कैमूर: जिले की पुलिस ने नकली चांदी के ब्रिटिश कालीन सिक्के दिखाकर लोगों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. हालांकि, पुलिस ने मामला का खुलासा 2 दिन पूर्व किया था. लेकिन, गिरोह का सदस्य शुक्रवार को पुलिस के हत्थे चढ़ा.
व्यापारियों ने दी सूचना
एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया की बुधवार को उत्तर प्रदेश के दो व्यापारी भरत जायसवाल और अरमान साह के सूचना पर चांद थाना के अंतर्गत खरौली गांव में छापेमारी की गई थी. जहां से ब्रिटिश काल के104 चांदी के सिक्के, 1 लाख 20 हजार के असली नोट, 7 लाख 20 हजार रुपए के 2000 के नकली नोट और दो मोबाइल बरामद किया गया था. अपराधी तो फरार हो गए थे लेकिन, चांदी का सिक्का दिखाकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हो गया.
20 आदमी का है गिरोह
चांद थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापामारी कर आशिक धोबी की गिरफ्तार की. अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए आशिक धोबी ने बताया कि इस योजना में करीब 20 आदमी का गिरोह है. जिसमें तहसीर धोबी, पिंटू गिरी, संजय धोबी, मनोज राम मुख्य सरगना है.
सिक्का दिखाकर ग्राहक को फंसाते थे
ये गिरोह सुनार से सिक्के खरीदते हैं. इसमें कई दलाल रहते हैं. इन दलालों के माध्यम से सिक्का दिखाकर ग्राहक को फंसाते हैं. यह कह कर कि बाजार से कम कीमत पर देंगे. उसके बाद जैसे ही पैसा लेकर यह ग्राहक लाते थे गिरोह का सदस्य पैसा छीन लेते और धमकाकर भगा देते हैं. नक्सल एरिया होने के कारण लोग चुप रह जाते हैं.
पहले से हैं मुकदमे दर्ज
इसमें गिरफ्तार अभियुक्त पहले ही चांद थाना में 87/18 के फरारी हैं. जाली नोट के बारे में पूछने पर बताया कि जिस व्यक्ति से सिक्का बेचने की बात की थी. वो तो बड़ा ठग निकला और सिक्कों के बदले नकली नोट दे गया था. इस बात का सत्यापन कैमूर पुलिस ने की है.