कैमूर: जिले के चांद थाना क्षेत्र अंतर्गत फर्जी पुलिस बनकर उगाही करने वाले गिरोह को पुलिस ने पकड़ लिया है. बताया जाता है कि एक युवक अपने आप को पुलिस बताकर शराब तस्करों को तस्करी में मदद करता था और उनसे पैसे वसूलता था. मामले में पुलिस ने 3 तस्करों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार बदमाशों के पास से तीन मोबाइल, दो चोरी की मोटरसाइकिल, 550 नकद और 40 बोतल देसी शराब बरामद किया गया है. गिरफ्तार लोगों में ग्राम खैटीं के निवासी महेंद्र यादव के पुत्र जितेंद्र यादव, दया राजभर के पुत्र बृजेश राजभर और ग्राम भलुहारी के निवासी दिहल यादव के पुत्र सुलायम यादव शामिल है. गिरफ्तार लोगों में सुलायम यादव का अपराधिक इतिहास भी है. इनके ऊपर चांद थाना में शराब तस्करी को लेकर 46/20 कांड दर्ज है. वहीं, जितेंद्र यादव के ऊपर भी चांद थाने में कांड संख्या 23/2017 धारा-379/34 दर्ज है.
एसपी ने दी जानकारी
इस संबंध में जानकारी देते हुए कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सुलायम यादव एक गिरोह बनाकर अपने कुछ मित्रों के साथ राजा बाजार चौराहे के आसपास घूमते रहता है. वह अपने आप को चांद थाना का सिपाही बताकर सिविल ड्रेस में राजा बाजार चौराहे के आसपास रहता है. वह उत्तर प्रदेश से बिहार में आने वाले शराब तस्करों के साथ मिलकर अवैध शराब चांद थाना के विभिन्न गांव में प्रवेश कराने और शराब बेचने और थाना क्षेत्र के बाहरी लोगों से अपने को थाना का सिपाही बोलकर पैसा एठने का काम करता है.
पुलिस को मिली थी गुप्त सूचना
पुलिस को गुप्तचरों के माध्यम से यह भी बताया गया कि अभी सुलायम यादव अपने साथियों के साथ राजा बाजार चौराहे के पास मोटरसाइकिल लेकर शराब बिहार में पास करवाने के लिए घूम रहा है. इसके बाद एसपी ने थानाध्यक्ष को तत्काल निर्देशित किया. इसके बाद थानाध्यक्ष संजय कुमार ने तत्काल छापेमारी कर दोनों व्यक्ति को मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार कर लिया. दोनों बदमाशों की निशानदेही पर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांव में छापेमारी किया गया. छापेमारी के दौरान बृजेश राजभर पिता दया राजभर को एक सफेद रंग के झोले में रखे 40 पीस देसी शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार तीनों लोगों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है.