कैमूर(भभुआ): जब कर्ज बढ़ा तो बिहार के कैमूर में भारत गैस एजेंसी के संचालक (Bharat Gas Agency Kaimur) ने खुद के अपहरण की साजिश (Conspiracy To Kidnap Himself) रच डाली. देनदारों का बकाया और उसका ब्याज दिन पर दिन बढ़ता जा रहा था. 15 जनवरी को कर्ज देने वालों ने जब रकम वापसी की डिमांड की तो उसके पहले ही 14 जनवरी को कथरई गांव निवासी महेन्द्र प्रताप लापता हो गया.
ये भी पढ़ें- बाइक सवार के बैग से बरामद हुए 5 लाख रुपए कैश.. कैमूर पुलिस ने खदेड़कर दबोचा
एसपी के मुताबिक ये पूरा मामला अपहरण लगे इसके लिए उसने फोन से अपनी पत्नी और दोस्त को किसी के पीछा करने की सूचना दी. फिर कुछ देर बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा. घर वालों का शक यकीन में बदल चुका था. लोग समझ बैठे कि महेंद्र प्रताप को अगवा किया जा चुका है. पत्नी ने 15 जनवरी को थाने में केस दर्ज कराया.
इस मामले का खुलासा करते हुए कैमूर एसपी राकेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 14 जनवरी को मोहनिया थाना अंतर्गत एक मामला अपहरण करने का प्रकाश में आया था, जिसका अपहरण किया गया था वह रोहतास जिले के कथराई गांव निवासी धर्मेंद्र प्रताप हैं जो भारत गैस एजेंसी के संचालक भी हैं. इन्होंने अपने अपहरण की खुद साजिश रची. पुलिस की टीम ने 12 दिन में साजिश से पर्दाफाश कर दिया.