कैमूर:जदयू के जिला अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह पार्टी से नाराज होकर भभुआ विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं और मैदान में उतर चुके हैं. ऐसे में प्रमोद सिंह का मुकाबला मौजूदा विधायक और बीजेपी के उम्मीदवार रिंकी रानी पांडे, आरजेडी के भरत बिंद और आरएलएसपी बिरेंदर कुशवाहा से है.
17 बार हुए चुनाव
भभुआ विधानसभा बिहार के कैमूर जिले में आता है. साथ ही सासाराम सुरक्षित संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है. भभुआ विधानसभा क्षेत्र में अभी तक 17 बार चुनाव हुए. जिनमें शुरुआती वर्षों में कांग्रेस का दब-दबा यहां रहा. इसके अलावा यहां से बीजेएस, जेएनपी, सीपीआई, आरजेडी, बीएसपी और एलजेपी ने भी चुनाव जीत हासिल की है. 2015 के विधानसभा चुनाव में पहली बार कमल खिला था.
बीजेपी की टिकट पर चुनाव
इस साल भभुआ विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर में बीजेपी के आनंद भूषण पांडे उर्फ मंटू पांडे ने जदयू के डॉक्टर प्रमोद सिंह को हराया था. लेकिन उनके अचानक हुए निधन के बाद वर्ष 2018 में उनकी पत्नी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ी और सीट बचाने में कामयाब रही.
पार्टी से बगावत
तीन बार के विधायक और जदयू के जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह को इस बार भी भभुआ विधानसभा क्षेत्र से टिकट की आस थी. लेकिन गठबंधन में सीट शेयरिंग के चलते जदयू को बीजेपी के लिए सीट छोड़नी पड़ी. इससे नाखुश होकर प्रमोद सिंह ने पार्टी से बगावत कर दिया और निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद पड़े हैं.
आरजेडी और बीजेपी से मुकाबला
भभुआ विधानसभा सीट पर प्रमोद सिंह का मुकाबला मौजूदा विधायक और बीजेपी के उम्मीदवार की रानी पांडे, आरजेडी के भरत और आरएसपी के विरुद्ध कुशवाहा से है. बता दें 2011 की जनगणना के मुताबिक भभुआ की जनसंख्या 3. 90,316 है. यहां अनुसूचित जाति- 22. 25 प्रतिशत है. वहीं 2019 की मतदाता सूची के अनुसार भभुआ निर्वाचन क्षेत्र में 2, 63, 402 मतदाता और 290 मतदान केंद्र हैं.