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कैमूर में 2 मासूमों की मौत, डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप, जांच में जुटा स्वास्थ्य विभाग - दुर्गावती थाना क्षेत्र

कैमूर के दुर्गावती में निजी क्लीनिक में उपचार के दौरान 2 बच्चों की मौत हो गयी. परिजनों ने मामलें में डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम मामले की जांच में जुट गया है. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : May 18, 2022, 10:17 PM IST

कैमूर (भभुआ): बिहार के कैमूर जिले में इलाज के दौरान एक निजी क्लीनिक में 2 बच्चों की मौत (Many Child Died During Treatment In kaimur) हो गयी. दोनों बच्चे दुर्गावती थाना क्षेत्र (Durgavati police station) के खामीदौरा गांव के दलित बस्ती के रहने वाले बताये जा रहे हैं. रिश्ते में दोनों सगे भाई-बहन थे. हादसे के बाद पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है. मृतक बच्चों के पिता रविकांत राम ने बताया बड़ी निराशा बेटी 10 की थी और बेटा सत्यानंद 3 साल था.

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अचानक रात में उलटी- दस्त की शिकायतःदोनों को अचानक रात में उलटी- दस्त होने लगा. इसके बाद रात में गांव में ही दवा- सुई दिलवाये. इसके बाद सुबह-सुबह दोनों को लेकर दुर्गावती के निजी क्लीनिक में गये. पहले बताया गया सुधार हो रहा है. अचानक से बोला गया सत्यानंद को बाहर ले जाइए. आनन-फानन में एक बाइक से उसे यूपी के चंदौली के एक अस्पताल में ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने सदानंद को देखते ही मृत घोषित कर दिया. तब तक इधर 10 वर्षीय निराशा की भी मौत हो गई. दोनों की मौत से परिजनों में मातम है.


मृत बच्चों के मां की तबीयत बिगड़ीःबच्चों की मां कंचन देवी को ढांढस बंधाते लोगों की आखें नम हो जा रही थी. वहीं मृत बच्चों की मा को भी दस्त की शिकायत पर पीएचसी ले जाया गया, जहां स्थिति में सुधार बताया जा रहा है. इलाज कर रहे चिकित्सक डॉक्टर निखिल ने बताया कि महिला में डायरिया से संबंधित ऐसी कोई लक्षण नहीं दिखी. दो-तीन दस्त हुआ था. स्थिति सामान्य है. इलाज और दवा देने के बाद छोड़ दिया गया.

डॉक्टरों की टीम जांच को पहुंचीःवहीं इस मामले की जानकारी मिलते ही स्वास्थ विभाग की टीम खामीदौरा गांव पहुची. पीएचसी की टीम में शामिल डॉ अरुण कुमार बताया गया कि परिजनों से जानकारी मिली है कि रात में खाना खाने के कुछ समय बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी. परिजन बच्चों को किसी प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए ले गये थे. दोनों बच्चों की मौत हो गई.पूरी जानकारी लेकर कानूनी तौर पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.डॉ अरुण ने बताया कि दुर्गावती में सिर्फ तीन ही वैध यानी रजिस्टर्ड प्राइवेट अस्पताल है .

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