कैमूर: जिले में बाल संरक्षण इकाई में एक बच्ची को गोद लेने आए दंपति से 1.5 लाख रुपये की घूस की मांग की गई. पश्चिम बंगाल के दंपति ने बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक पर आरोप लगाया है.
बच्ची को गोद लेने आए दंपति दंपति ने DM को लिखा आवेदनदंपति ने कैमूर डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी को बच्ची गोद न लेने देने का आवेदन दिया. दंपति की ओर से आवेदन मिलने के बाद डीएम ने बच्ची को गोद दिलाने का आदेश दिया है. वहीं, सहायक निदेशक ने दंपति के आरोप को बेबुनियाद बताया है.
आरोपी सहायक निदेशक संतोष चौधरी गोद लेने के लिए किया था ऑनलाइन आवेदनदो साल पहले पश्चिम बंगाल से आए दंपति ने बच्ची को गोद लेने के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया था. प्रोसेस पूरा होने पर कैमूर के बाल संरक्षण इकाई से दंपति को बच्ची को गोद लेने की मंजूरी मिली थी. सारी प्रक्रियाओं के बाद दंपति बच्ची को लेने भभुआ कार्यालय पहुंचे. वहां पहुंचने पर कार्यालय में बैठे सहायक निदेशक ने 1.5 लाख रूपये घूस की मांग कर दी. पैसे नहीं देने पर सहायक निदेशक ने प्रक्रिया रद्द करने की बात कही. बच्ची पांच महीने की है और उसका नाम मन्नत है.
भभुआ प्रखंड के प्रमुख प्रतिनिधि कमलेश सिंह सासाराम सांसद को मामले की जानकारीदंपति ने अपने दोस्तों से सम्पर्क किया और औरंगाबद सांसद से बात की. फिर सासाराम सांसद को मामले की जानकारी दी गई. सांसद ने डीएम को सारी बात बताई. फिर डीएम ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को बच्ची को गोद लेने का आदेश बाल संरक्षण इकाई को दे दिया.
बच्ची को गोद लेने आई महिला