कैमूर:जिला मुख्यालय भभुआ से करीब 50 किमी की दूरी पर बने करमचट डैम-गुप्ता धाम मुख्य सड़क के घने जंगल के बीच चारों ओर पहाड़ियों से घिरा हुआ है. इसकी सुंदरता देखते ही बनती है. यहां हर साल काफी संख्या में सैलानी आते हैं और प्रकृति का आनंद लेते हैं.
कैमूर पहाड़ी पर स्तिथ ये वॉटरफाल अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है. हालांकि इस वॉटरफॉल की पहचान अभी राज्य सरकार की ओर से नहीं की गई है. लेकिन स्थानीय लोगों ने इसका नामकरण किया है और बरसात की शुरुआती दिनों से ही वे इसका आनंद लेने के लिए पहुंचने लगते हैं. स्थानीय लोगों के अलावा आसपास के जिलों की पर्यटकों की भीड़ भी यहां काफी उमड़ती है.
वॉटरफॉल का लुत्फ उठाते लोग बरसात के दिनों में मनोरम होता है नजारा
बताया जाता है कि यह वॉटरफॉल कई सालों पुराना है, जो स्थानीय स्तर पर प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है. यहां आकर लोग प्रकृति के संगीत को करीब से सुन पाते हैं. पहाड़ों से गिरते पानी को निहारना अपने आप में असीम आनंद और रोमांचक एहसास देता है.
सरकार नहीं दे रही ध्यान
बता दें कि कैमूर पर्वत श्रृंखला अन्तर्गत कैमूर वाइल्डलाइफ सेंचुरी में कई ऐसे वॉटरफॉल हैं जिसकी पहचान राज्य सरकार की ओर से नहीं की गई है. एक समय ऐसा था जब कैमूर पहाड़ी श्रृंखला पर नक्सलियों का बोलबाला हुआ करता था. नक्सलियों के प्रभाव के कारण न पिकनिक मनाने वालों की आवाजाही होती थी और कोई खोज किया जाता था. लेकिन कैमूर पहाड़ी से नक्सलियों का खात्मा होने के बाद आब स्थानीय स्तर पर ऐसे कई पिकनिक स्पॉट है, जिसकी खोज स्थानीय लोगो ने की है.