कैमूर:जिले में दो दिन से बैंक नहीं खुलने से ग्राहकों की परेशानी बढ़ गई है. जिले के सभी बैंक दो दिन से हड़ताल पर है. वहीं, इसको लेकर बैंक कर्मियों का कहना है कि केंद्र सरकार बैंकों का निजीकरण कर बैंक को बर्बाद करने पर जुटी है. जब तक सरकार हमारी मांग मान नहीं लेती, हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
कैमूर: पांच सूत्रीय मांगों को लेकर बैंककर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी - Privatization of banks
कैमूर में बैंक कर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही. बैंक कर्मियों ने भभुआ के एमबीजीबी बैंक के सामने धरना दिया. सभी ने जमकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. बैंक कर्मी बैंकों के निजीकरण को लेकर नाराज है.
कैमूर
ये भी पढ़ें-लॉकडाउन में नौकरी गंवाई हिम्मत नहीं, गांव में ही 2 दोस्तों ने खोली बेकरी, हो रही हजारों की कमाई
'जनविरोधी बैंकिंग सुधार पर लगे रोक'
जब सरकार बैंकों का निजीकरण कर देगी तो बैंक में रखा ग्राहकों का पैसा सुरक्षित नहीं रहेगा. उनकी मांग है कि बैंकों के निजीकरण की नीति वापस ली जाए. जनविरोधी बैंकिंग सुधार पर रोक लगाई जाए. बैंक कर्मियों ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को बचाओ, जनता के बचत को सुरक्षित रखो और आम आदमी तक बैंकिंग सेवा पहुंचाने दो.