कैमूर (भभुआ): मोहनिया टोल प्लाजा से अवैध बालू लदे ओवरलोडेड वाहनों को पार कराने के मामले में एक मजिस्ट्रेट और एक दारोगा सहित पांच पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई (Action against magistrate SHO policemen in Kaimur) होगी. डीसीएलआर मोहनिया राजेश कुमार सिंह ने जांच के दौरान ओवरलोड वाहनों के पार होने में उनकी पायी गयी है. वहां पर मौजूद अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. संतोषजनक जवाब नहीं देने पर सेवा मुक्त करने के लिए सक्षम प्राधिकार से अनुशंसा की जायेगी.
बालू लदे ओवरलोडिंग वाहनों की जांच और धरपकड़ के लिए तीन शिफ्टों में 24 घंटे एक मजिस्ट्रेट, एक दारोगा सहित पांच पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. इसके बावजूद अवैध तरीके से बालू का परिवहन हो रहा था. डीसीएलआर को गुप्त सूचना मिली थी कि मोहनिया टोल प्लाजा पर ओवरलोडेड वाहनों को रोकने के लिए प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट और दारोगा सहित पांच पुलिसकर्मी की संलिप्तता के कारण 8 बालू लदे ट्रक टोल को पार करते हुए यूपी की तरफ भाग निकले हैं.
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इसके बाद मोहनिया डीसीएलआर राजेश सिंह ने टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया तो पता चला कि 16 फरवरी की रात दो बजे से और 17 फरवरी की पूर्वाहन 4 बजे तक कुल 8 अवैध बालू लदे ओवरलोड ट्रक मजिस्ट्रेट और पुलिस बल के संलिप्तता के कारण यूपी की तरफ गए हैं. डीसीएलआर मोहनिया ने आरोपी मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश गौतम से स्पष्टीकरण मांगा. उन्होंने कहा कि जवाब संतोषजनक नहीं होने पर निलंबन की कार्रवाई होगी. डीसीएलआर मोहनिया राजेश सिंह ने बताया पिछले कुछ दिनों से बालू लदे ओवरलोड वाहनों के परिचालन के बारे में सूचना राष्ट्रीय राजमार्ग के रास्ते मिल रही थी.
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इसके बाद कार्रवाई करते हुए 2 दिन पहले 50 से अधिक अवैध बालू लदे ओवरलोड वाहन को जब्त किया गया था. टोल प्लाजा मोहनिया पर 3 शिफ्टों में 24 घंटे एक मजिस्ट्रेट और एक दारोगा सहित पांच पुलिसकर्मी को इन वाहनों की जांच करने और पकड़ने के लिए ड्यूटी लगाई गई थी. सीसीटीवी खंगाला गया तो पाया गया कि बालू लदे 8 वाहन वाहनों से एक पुलिस के जवान ने बातचीत की. उसके बाद गाड़ियां यूपी की तरफ चली गईं. इससे इसमें इन लोगों की संलिप्तता जाहिर हो रही है. इसलिए उस समय ड्यूटी में मौजूद मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश गौतम से स्पष्टीकरण की मांग की गई है. मौजूद पुलिस बल के विरुद्ध कार्रवाई के लिए कैमूर एसपी को पत्र भेज दिया गया है.
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