कैमूर:जिले में एक ऐसा गांव है जहां के लोग सिर्फ एक समरसेबल पंप से पानी पीने को विवश हैं. यहां पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना सात निश्यच योजना के तहत हर घर नल का जल भी नहीं पहुंच रहा है. हम बात कर रहे हैं चैनपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सिकंदरपुर स्थित वार्ड नंबर 13 की.
इस अनुसूचित जनजाति बस्ती के लगभग साढ़े छह सौ लोग मात्र एक समरसेबल पंप के सहारे अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं. आलम यह है कि समरसेबल पंप के पास दिनभर स्थानीय लोगों का पानी भरने के लिए जमावड़ा लगा हुआ रहता है. कभी-कभी तो पानी भरने के लिए लोग आपस में ही उलझ जाते हैं.
लोगों को नहीं मिल रहा लाभ
समरसेबल पंप को कभी भी बंद नहीं किया जाता है. हालांकि इस वार्ड में नल जल योजना के तहत कार्य करवाया गया है. लेकिन वो सिर्फ दिखावे के लिए है. यहां के लोगों को उसका लाभ कुछ भी नहीं मिल पाता है.
नल जल योजना बस छलावा
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस वार्ड में लगभग डेढ़ वार्ष पहले नल जल योजना के तहत पानी की टंकी लगाई गई थी. उसी समय कुछ घरों में पानी सप्लाई किया गया. लेकिन एक या दो दिनों में सप्लाई बंद हो गई. शुरुआत के समय में ही एक से दो दिन पंप चलने के बाद खराब हो गया. इस तरह से नल जल योजना से पानी मिलना यहां के लोगों के लिए बस एक छलाला साबित हुआ.