रत्नेश सदा, मंत्री, अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग. जहानाबाद: नीतीश मंत्रिमंडल के अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री रत्नेश सदा सोमवार को जहनाबाद पहुंचे. जहानाबाद में उन्होंने अधिकारियों के साथ मीटिंग की. उसके बाद सर्किट हाउस में मीडिया से बात की. इसी दौरान अंग्रेजी के एक-दो शब्दों में मंत्री उलझ गये. जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों को कैमरा बंद करने को कहा. हालांकि उनकी बातचीत कैमरे में रिकॉर्ड हो गयी.
इसे भी पढ़ेंः IAS KK Pathak दलित विरोधी, बोले मंत्री रत्नेश सदा- 'मुख्यमंत्री से करूंगा शिकायत'
अंग्रेजी के शब्दों में उलझेः मंत्री बनने के बाद रत्नेश सदा पहली बार जहानाबाद के सर्किट हाउस पहुंचे थे. अधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद प्रेस को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान एक पत्रकार ने उनसे जानना चाहा कि रिव्यू मीटिंग में क्या इंस्ट्रक्शन दिये. क्या फाइडिंग निकल कर आया. रिव्यू और फाइंडिंग शब्द पर मंत्री उलझ गये. उन्होंने कैमरा बंद करने का आदेश देते हुआ जानना चाहा कि रिव्यू मीटिंग में खास फाइडिंग का मतलब क्या है.
दूसरे पत्रकार ने समझाया सवालः इसके बाद उनके पास रहे एक अन्य पत्रकार ने मंत्री को बताया कि अधिकारियों के साथ जो बैठक किये हैं, उसमें क्या निकल कर आया है. बैठक में अधिकारियों को आपने क्या निर्देश दिया है. इसके बाद रत्नेश सदा ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक के बाद क्या निर्देश दिये और बैठक में क्या क्या हुआ.
"वही तो बताये, चार पंचायत का मामला है. चार पंचायत में सामुदायिक भवन बनना है. पैसा आ गया है लेकिन टेंडर नहीं हुआ है. टेंडर की प्रक्रिया में है. 18 हत्या और बलात्कार का मामला था. 12 को मुआवजा दे दिया गया है, 6 बांकी है. कल से परसों तक मिल जाएगा. कार्यकर्ताओं के माध्याम स्मार्ट पढ़ाई के लिए कंप्यूटर शिक्षक की मांग की गयी है. देखते हैं, वहां जाकर देख लेंगे."- रत्नेश सदा, मंत्री, अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग