बिहार

bihar

ETV Bharat / state

जहानाबाद: निजी स्कूल संचालकों ने अपनी मांगों को लेकर दिया एकदिवसीय धरना

कोरोना महामारी के कारण निजी स्कूलों के बंद होने से स्कूल के संचालकों को काफी परेशानी हो रही है. वो सभी आर्थिक समस्या से गुजर रहे हैं. इसी कारण से उन लोगों ने सरकार से मदद करने की अपील की है.

private school operators give one-day strike to their demands in jehanabad
अपनी मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन करते निजी स्कूल के संचालक

By

Published : May 28, 2020, 8:26 PM IST

जहानाबाद:जिले में निजी स्कूलों के संचालकों ने बिहार पब्लिक स्कूल चिल्ड्रेन वेलफेयर एसओएसएल के आह्वान पर एकदिवसीय धरना का आयोजन किया. इस धरना के जरिए प्रिंसिपलों ने सरकार से आरटीआई के बकाया पैसों की भुगतान करने के मांग की. साथ ही सरकार से निजी विद्यालय की ओर ध्यान देने की अपील की.

इस धरना प्रदर्शन के दौरान स्कूल के संचालकों ने बताया कि देश में मार्च से ही लॉकडाउन लगा है. सारा रोजगार और धंधा बंद है. सरकार की ओर से लोगों की कुछ ना कुछ मदद की जा रही है. लेकिन निजी स्कूलों के प्रति सरकार उदासीन रवैया अपना रही है. इससे निजी स्कूलों के संस्थापक काफी परेशान हैं.

अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते निजी स्कूल के संचालक

सरकार से लोन माफ करने की अपील
इसके अलावे उन्होंने बताया कि हमसब लोन लेकर विद्यालय में गाड़ी खरीदे हैं. टैक्स का भार, रोड टैक्स का भार और ऊपर से बैंक के कर्ज की वजह से हमें काफी परेशानी हो रही है. इसलिए हमसब सरकार से मांग करते हैं कि हमारा लोन माफ कर दिया जाए. साथ ही रोड टैक्स में छूट दी जाए. सरकार की ओर से हमें कुछ मदद किया जाए.

जानकारी देते निजी स्कूल के संचालक

स्कूलों के संचालकों ने जताई चिंता
निजी स्कूलों के संचालकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि सरकार तो कुछ मदद नहीं कर रही और ऊपर से आरटीआई का जो पैसा सरकार के पास बकाया है वो भी नहीं दे रही है. इसके अलावा उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि 3 महीने से स्कूल बंद है और आगे भी कितने दिनों तक बंद रहेगा इसका पता नहीं है. वहीं, स्कूल के स्टाफों का खर्चा और जरूरी खर्चा हो रहा है. लेकिन कोई आमदनी नहीं हो रहा है. कई अभिभावक बकाया फीस भी नहीं दे रहे हैं.

आर्थिक मदद करने की मांग
निजी स्कूल के संचालकों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमें आर्थिक मदद की जाए. क्योंकि इस लॉकडाउन के कारण हम सबों की आर्थिक स्थिति चर्मरा गई है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details